पशुपति पारस पड़े अकेले, घोषणा के बाद भी नहीं आए सांसद चंदन सिंह और प्रिंस, सूरजभान भी छोड़ेंगे साथ ! नवादा –समस्तीपुर में सब सेट

पशुपति पारस पड़े अकेले, घोषणा के बाद भी नहीं आए सांसद चंदन सि

पटना. लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे में बिहार में पशुपति पारस को बड़ा झटका लग चुका है. उन्हें एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली. इतना ही नहीं पशुपति के भतीजे और चाचा से छत्तीस का आंकड़ा रखने वाले चिराग पासवान को 5 लोकसभा की सीटें मिल चुकी हैं. इन सबके बीच वैशाली सांसद वीणा देवी और खगड़िया सांसद महबूब अली कैसर भी पशुपति पारस से अलग होकर चिराग के साथ हो लिए. वहीं मंगलवार को पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दिया तो उन्हें एक और झटका लगने के संकेत दिखे. इस बार पशुपति के दो और सांसद भी उनसे किनारा करते दिखे हैं. 

दरअसल, पशुपति पारस ने सोमवार को घोषणा की थी कि वे मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इसमें पशुपति के साथ चंदन सिंह और प्रिंस पासवान भी रहेंगे और संबोधित करेंगे. लेकिन मंगलवार को मंच पर सबकुछ अलग दिखा. पशुपति पारस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा तो मंच पर ना ही चंदन सिंह दिखे और ना ही प्रिंस पासवान उनके साथ मौजूद रहे. यहां तक कि सूरजभान सिंह भी मौजूद नहीं थे. पशुपति पारस की सबसे अहम घोषणा के समय सूरजभान सिंह, चंदन सिंह और प्रिंस पासवान का नहीं रहना अब कई प्रकार के कयासों को जन्म दे रहा है. 

सूरजभान की भाजपा से बात : बाहुबली सूरजभान सिंह के भाई चंदन सिंह नवादा से सांसद हैं. इस बार एनडीए में सीटों के बंटवारे में नवादा सीट भाजपा के खाते में है. सूत्रों की मानें तो नवादा को लेकर कहा जा रहा है कि सूरजभान सिंह की भाजपा से भीतर खाने बात हो रही है. नवादा में भाजपा को कोई दमदार प्रत्याशी चाहिए. सूरजभान की पत्नी वीणा देवी ने वर्ष 2009 में नवादा से चुनाव लड़ा था, वहीं 2019 में चंदन सिंह ने जीत हासिल की थी. ऐसे में सूरजभान का पशुपति पारस के साथ मंच पर नहीं होना उसी का संकेत माना जा रहा है. साथ ही घोषणा के बाद भी चंदन सिंह का प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं आना भी उन संकेतों को मजबूत करता है. 

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प्रिंस भी चिराग संग : समस्तीपुर सीट इस बार एनडीए के सीट बंटवारे में चिराग पासवान के खाते में है. वहीं प्रिंस पासवान यहां से सांसद हैं. सूत्रों का कहना है कि प्रिंस और चिराग के बीच समझौता होने को लेकर वार्ता जारी है. चिराग अब अपने चाचा पशुपति को पूरी तरह से कमजोर करना चाहते हैं. ऐसे में प्रिंस के चिराग संग आने से यह पशुपति को दोहरा झटका होगा. अंतिम मौके पर प्रिंस का प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं आना उनके चिराग से नजदीकियों की ओर इशारा करने लगा है. हालांकि अभी तक इस पूरे मुद्दे पर ना तो प्रिंस और ना ही चिराग कुछ बोल रहे हैं. वहीं सूरजभान सिंह का खेमा भी चुप्पी साधे है.