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पटना सदर प्रमुख ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद गंवाई कुर्सी, बेतिया जिप उपाध्यक्ष कुर्सी बचाने में रही कामयाब

पटना सदर प्रमुख ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद गंवाई कुर्सी, बेतिया जिप उपाध्यक्ष कुर्सी बचाने में रही कामयाब

PATNA : बिहार में हुए पंचायत चुनाव के दो सालों बाद सदर प्रमुखों के खिलाफ कई जगहों पर अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में पटना सदर प्रमुख अमरजीत यादव के खिलाफ भी आज अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। जिसमें पटना सदर कार्यालय में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराया गया। जिसमें वर्तमान सदर प्रमुख अमरजीत यादव हार गए औऱ अपना कुर्सी बचाने में असफल हो गए। विपक्षी खेमा इस अविश्वास प्रस्ताव में मजबूत स्थिति में दिख रहे थे। आज सुबह सदर कार्यालय में इस प्रस्ताव के खिलाफ चर्चा हुई औऱ फिर वोटिंग हुई। जिसमें विपक्षी खेमा की तरफ से 6 वोट प्रस्ताव के पक्ष में और एक वोट विपक्ष में दिया गया। जिसके बाद सदर प्रमुख ने अपनी कुर्सी गंवा दी। 

इस अविश्वास प्रस्ताव के वोटिंग के दौरान पटना सदर प्रमुख अमरजीत यादव ने सदर बीडीओ पर वोटिंग में फर्जीवाड़ा का आरोप लगाते हुए उन्होंने इसके खिलाफ कोर्ट में मामला ले जाने की बात कही है। जब इस आरोप पर बीडीओ से पूछा गया तब उन्होंने कहा कि सदर प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था जो पारित हो गया। जो आरोप लगाया जा रहा है उस पर उन्होंने कहा कि सबको अपनी बात कहने की आज़ादी है। वहीँ दूसरी तरफ विरोधी गुट के नीलम देवी ने कहा कि आज अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। जिसमें हमलोगो की जीत हुई है। अब आगे नए सदर प्रमुख के चुनाव की तारीखों का एलान जल्द ही कि जाएंगी। प्रमुख की कुर्सी पर कौन बैठता है यह देखना होगा। फिलहाल इस जीत से विपक्षी खेमे में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी है।

वहीँ बेतिया जिला परिषद की उपाध्यक्ष रेणु देवी यादव अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रही। जिप उपाध्यक्ष के खिलाफ 16 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लगाया था। जिसको लेकर जिला परिषद के सभागार में अविश्वास पर चर्चा एवं मत विभाजन के लिए बैठक आयोजित की गई थी। बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद के अध्यक्ष निर्भय कुमार महतो ने किया। जिला पंचायती राज पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि सदन में जिला परिषद के सभी 41 पार्षद शामिल हुए थे। अविश्वास के खिलाफ चर्चा हुई। उसके बाद मत विभाजन की प्रक्रिया शुरू की गई।

 उन्होंने बताया की  उपाध्यक्ष रेणु देवी यादव पर लगे अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष मे 14 पार्षदों ने अपना मत दिया। जबकि 24 जिला पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने और उपाध्यक्ष को पद पर बने रहने के पक्ष में मतदान किया। तीन मत अवैध घोषित कर दिए गए। जिसके आधार पर जिप उपाध्यक्ष रेणु देवी यादव अपने प्रतिद्वंदी उपाध्यक्ष उम्मीदवार लालबाबू चौधरी को 10 महतो से पराजित कर अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रही। 10 मतों से उपाध्यक्ष की कुर्सी बच गई। बैठक  उप विकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अनिल कुमार के देख रेख में हुई। जबकि मजिस्ट्रेट के रूप में जिला अभियंता सुरेंद्र सिंह और अभियंता शंकर राम को तैनात किया गया था। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पुलिस प्रशासन की तरफ से चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। पूर्व जीप अध्यक्ष अमर यादव ने कहा कि  या लोकतंत्र की जीत हुई है l

पटना से रजनीश और बेतिया से आशीष की रिपोर्ट 

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