पटना. बिहार की नीतीश सरकार में शामिल घटक दलों के नेता कमजोर आदमी हैं. यही कारण है कि वे हिंदुओं, हिंदू देवताओं और हिंदू ग्रन्थों का अपमान करते हैं. नीतीश सरकार पर यह आरोप क्रेन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लगाया है. उन्होंने राजद और जदयू को निशाने पर लेते हुए शुक्रवार को कहा कि अगर इनके नेता यही बातें मुस्लिमों के खिलाफ करें तो उन्हें डर है कि ‘सिर तन से जुदा हो जाएगा’.
दरअसल, राजद विधायक विधायक फतेह बहादुर सिंह ने देवी दुर्गा को ना सिर्फ काल्पनिक बताया बल्कि यह भी कहा कि जब ब्रिटिश सरकार ने भारत को गुलाम बनाया तो मां दुर्गा कहां थीं? विधायक ने पूजा अर्चना करने को नाजायज खर्च बता दिया. उन्होंने कहा कि यह सारा खर्च बेकार है. जब दुर्गा का कोई इतिहास ही नहीं है तो लोग क्यों इतना खर्च करते हैं? इस दौरान ऊन्होने महिषासुर को लेकर भी कई तरह की विवादित टिप्पणियां की.
इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए गिरिराज सिंह ने राजद विधायक के बयान पर गहरी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार में शामिल लोगों द्वारा रामायण ग्रंथ को अपमानित करना, दुर्गा की उपासना करने वालों का अपमान करना दुर्भाग्यपूर्ण है. ये लोग हिंदुओं के खिलाफ ऐसा बोल रहे हैं क्योंकि ये कमजोर आदमी हैं. अगर राजद नेता कभी भी ऐसी बातें मुसलमान और कुरान पर नहीं बोलेंगे क्योंकि उन्हें डर है कि अगर उनके खिलाफ बोला तो सिर तन से जुदा हो जाएगा.
वहीं लालू यादव द्वारा जेल से कांग्रेस नेता को फोन करने के सवाल पर गिरिराज ने कहा कि यह गंभीर मामला है. जेल मैन्युअल में फोन रखना मना है. लालू ने ऐसा किया है तो यह जांच का विषय है. इसकी जांच होनी चाहिए. लालू यादव ने एक दिन पहले कहा था कि रांची के होटवार जेल से उन्होंने सोनिया गांधी सहित कई कांग्रेस नेताओं को फोन किया ताकि डॉ अखिलेश सिंह को राज्य सभा सांसद बनाया जाए.