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प्रधानमंत्री मोदी के पास तीन करोड़ की संपत्ति, लेकिन अभी तक नहीं ले सके अपना घर और गाड़ी, हलफनामे में दी पूरी जानकारी

प्रधानमंत्री मोदी के पास तीन करोड़ की संपत्ति, लेकिन अभी तक नहीं ले सके अपना घर और गाड़ी, हलफनामे में दी पूरी जानकारी

VARANASI : लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने की तैयारी कर रहे नरेंद्र मोदी के पास के पास अपनी कोई कार नहीं है। न ही अपना खुद का कोई घर है। वहीं नगदी के रूप में उनके पास सिर्फ 52 हजार रुपए है। यह जानकारी खुद पीएम मोदी ने अपने चुनावी हलफनामे में दी है। हालांकि उन्होंने अपने हलफनामें तीन करोड़ दो लाख छह हजार 889 रुपए की संपत्ति होने की बात कही है।

सातवें चरण की वोटिंग के लिए हो रहे नामांकन के अंतिम दिन वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी ने पर्चा भरा। जिसमें उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति की जानकारी दी है।  प्रधानमंत्री द्वारा जमा किए गए हलफनामे के अनुसार वर्तमान में उनके पास 52,920 रुपए कैश है। , जबकि 2019 में उनके पास सिर्फ 38,750 नकद राशि थी। वहीं स्टेट बैंक के गांधीनगर शाखा में 73,304 और वाराणसी शाखा में केवल 7000 हजार रुपये हैं।

इसके अलावे 2,85,60,338 रुपये की स्टेट बैंक में एफडी भी है। 2019 में एक करोड़ 27 लाख 81 हजार 574 रुपये एफडीआर था। उस समय उनके बचत खाते में सिर्फ चार हजार 143 रुपये थे] लेकिन 2024 में 24,920 रुपये है। 9,12,398 रुपये की एनएससी (नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट) भी है। 

बात अगर गहनों की करें तो उनके पास एक दशक पहले खरीदी गई 45 ग्राम की सोने की चार अंगूठी की कीमत 2,67,750 रुपये है जबकि वर्ष 2019 में दाखिल हलफनामे के अनुसार अंगूठी का मूल्य एक लाख 13 हजार 800 रुपये था। इस तरह, पांच वर्ष बाद अंगूठी की कीमत एक लाख 53 हजार 950 रुपये बढ़ गई है। 

बैंक ने 2023-24 में उनके खाते से 3,33,179 रुपये की आय कर और टीडीएस काटा है। मोदी 2014 में देश के प्रधानमंत्री बने थे। 2019 में भी वह पीएम बने। उससे पहले वह 2001 से 2014 तक तीन बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

2019 में था पैतृक संपत्ति में एक चौथाई हिस्सा

2019 के हलफनामे के अनुसार गुजरात के गांधी नगर स्थित आवासीय भवन (प्लाट नंबर 401 ए सेक्टर वन गांधी नगर) में पीएम मोदी की पैतृक संपत्ति का एक चौथाई हिस्सा था। प्लॉट को 25 अक्टूबर 2002 में खरीदा गया था। उस समय उसका मूल्य एक लाख 30 हजार 488 रुपये था और भवन निर्माण में 2,47208 रुपये खर्च हुआ था। 

प्लाट लेने और भवन बनाने में कुल खर्च हुए 377696 रुपये व्यय हुए, लेकिन इस बार हलफनामे में इस प्रॉपर्टी का कोई जिक्र नहीं है। पहले भी उनके ऊपर किसी तरह का कोई केस किसी न्यायालय में लंबित नहीं था, आज भी दामन साफ हैं। उनके ऊपर कोई बकायेदारी नहीं है। शपथ पत्र में पत्नी का नाम यशोदाबेन है, लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं है। पत्नी से संबंधित विवरण की कोई जानकारी नहीं दी गई है।

मोदी ने 1983 में ली थी मास्टर डिग्री

पीएम मोदी ने एसएसएसी बोर्ड गुजरात से वर्ष 1967 में एसएससी की परीक्षा पास की थी। वर्ष 1978 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से मोदी ने बैचलर ऑफ आर्ट्स और 1983 में गुजरात यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की थी।


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