पटना- पटना के बेऊर में बंद कुख्यात कैदियों को अब जिले से बाहर की जेलों में शिफ्ट किया जाएगा. जेल आईजी ने इसकी पूरी लिस्ट बना ली है. पुलिस का मानना था कि जेल में बंद कुख्यात कैदी जेल से ही अपराध को कंट्रोल कर रहे थे.
पुलिस की माने तो पटना की जेलों में बंद कुख्यात अपराधी अपराध की योजना बनाते हैं और अपने गुर्गे के माध्यम से अपने नेटवर्क कंट्रोल करते हैं. ऐसे कई मामले पुलिस के आलाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद डीआईजी ने इस पर संज्ञान ले लिया है. बेऊर जेल में बंद कुख्यात बिंदू सिंह,रीत लाल यादव, अजय कानू, दुर्गेश शर्मा, पंकज शर्मा, अमित कुमार(बिहटा), विकास-विपुल और अनीश (नौबतपुर),निशु खान(समनपुरा) जैसे कुख्यातों को पटना से बाहर की जेलों में भेजने की पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है. आपको बता दें कि बेऊर में बंद बिंदू सिंह कुल 25 आपराधिक मामले दर्ज हैं वहीं अजय कानू पर 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि राजीव गोप को भी पुलिस पटना के बेऊर से बाहर करेगी. राजीव गोप पर कुल 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
आपको बता दें कि बंद होने के बाद भी कई कुख्यात अपराधी और नक्सली परोक्ष रूप से आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवा रहे हैं. आपराधिक वारदातों की प्लानिंग और सेटिंग सब जेल के अंदर ही हो रही है. जेल के अंदर बैठकर हत्या और रंगदारी की वारदतों को बाहर खुले घूम रहे अपने साथियों से अंजाम दिलवाया. ऐसी कई वारदातें अब तक सामने आ भी चुकी हैं. गौरतलब है कि हाल में ही जेल में बंद कुख्यात रितलाल यादव ने रेलवे के ठेकेदार से रंगदारी की डिमांड की थी. इस मामले का पटना पुलिस ने खुलासा किया था.