बिहार में राजद का सरकार बनाने के सपना हो जाएगा चकनाचूर, जदयू अध्यक्ष की इन बातों में छिपा है सारा राज

PATNA : बिहार में पिछले 3 दिन से राष्ट्रीय जनता दल के तरफ से लगातार यह बात कही जा रही है की बिहार के मुख्यमंत्री जातीय जनगणना पर आगे बढ़ें, राजद उनके साथ है। कहने का तात्पर्य कि अगर भाजपा साथ नहीं भी देती है, रो राजद जदयू के साथ सरकार बनाने को तैयार है। अब राजद के इस सपने को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने लगभग चकनाचूर कर दिया है।  उन्होंने साफ कर दिया है उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा मणिपुर और गोवा में यदि अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरने वाली है।




ट्विटर पोस्ट पर किया साफ

जेडीयू अध्यक्ष ने अपने ट्वीट में  पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर अपनी बात लिखी है. ट्विटर हैंडर पर लिखा, 'आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में जनहितकारी नीतियों व सीमित संसाधनों के सदुपयोग से बिहार ने देश में "सामाजिक न्याय के साथ विकास" का अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है. इसी सूत्र के साथ जद (यू.) मणिपुर व गोआ में अपने दम पर और उ.प्र. में भाजपा के साथ चुनाव लड़ेगा.'

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यूपी में साथ तो बिहार में कैसे होंगे अलग

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की ट्वीट से लगभग यह साफ है कि अगर यूपी में भाजपा और जदयू साथ-साथ हैं तो बिहार में दोनों की राहें अलग नहीं हो सकती जैसा कि राजद की तरफ से प्रयास किया जा रहा है। क्योंकि बिहार में अगर सरकार गिरती है तो जदयू के राष्ट्रीय पार्टी बनने की संभावना लगभग कम हो जाएगी। क्योंकि उसका असर यूपी चुनाव पर पड़ेगा। ऐसे हाल फिलहाल कम से कम यूपी चुनाव तक बिहार में जातीय जनगणना हो या मुद्दा। बिहार में भाजपा - जदयू की राहें अलग होने की संभावन न के बराबर है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में 403 सीटों के लिए 7 चरणों में चुनाव होंगे. उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए 1 चरण में चुनाव होंगे। पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर 1 चरण में मतदान होगा. गोवा में 40 विधानसभा सीटों के लिए भी 1 चरण में ही वोटिंग होगी. मणिपुर में 60 सीटों पर 2 चरण में चुनाव संपन्न होंगे।