मुश्किलों से कह दो उलझा न करें हम से, हर हालात में सफल होने का हुनर आता है, 99 रैंक हासिल कर आईएएस बनी अन्नपूर्णा सिंह पहुंची अपने पैतृक गांव,, ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत

मुश्किलों से कह दो उलझा न करें हम से, हर हालात में सफल होने

बांका- संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सर्विस की परीक्षा को देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक माना जाता है.  दुनिया भर में सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल यूपीएससी की परीक्षा को क्रैक करने के लिए हर कोई हिम्मत नहीं जुटा पाता है, लेकिन जिसने ठान लिया फिर वो आईएएस बनकर ही दम लेता है. हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही उम्मीदवारों को सफलता मिलती है. सफल होने वालों में अन्नपूर्णा सिंह का नाम शुमार है.  मुश्किलों से कह दो उलझा न करें हम से, हर हालात में सफल होने का हुनर आता है. ऑल इंडिया में 99 रैंक हासिल कर आइएएस बनने वाली अन्नपूर्णा सिंह जब अपने पैतृक गांव पहुंची तो लगोों ने उन्हें सिर पर बैठा लिया.

ऑल इंडिया में 99 रैंक हासिल कर आइएएस बनने वाली लहोरिया गांव निवासी डॉक्टर एमके सिंह की पुत्री अन्नपूर्णा सिंह मंगलवार को अपने पैतृक आवास लहोरिया पहुंची .इसको लेकर गांव वालों में खुशी माहौल देखा  गया. अन्नपूर्णा सिंह का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया. इसको लेकर पंजवारा बाजार से रोड शो करते हुए ग्रामीण लहोरिया गांव पहुंचे. जहां जगह-जगह आइएएस अन्नपूर्णा सिंह का ग्रामीणों ने गर्मजोशी से स्वागत करते हुए फूल माला से लाद दिया .

न्यूज4नेशन से बातचीत में अन्नपूर्णा सिंह ने कहा कि आज अपने गांव आकर उन्हें काफी अच्छा लग  रहा है.  गांव वालों की इस तरह स्वागत से मैं काफी गदगद हूं. वहीं उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता दादा-दादी और अपने शुभचिंतकों को दिया. उन्होंने कहा कि आज के दौर में लोग बेटा तथा बेटियों में फर्क समझते हैं, लेकिन वह अपनी माता-पिता की इकलौती पुत्री  होने के बावजूद उनके माता पिता ने उन पर भरोसा जताया. उन्होंने कहा कि आइएएस की इतनी कठिन परीक्षा में सफल होकर केवल नौकरी करना ही महत्वपूर्ण नहीं है, जबकि इस पद पर रहकर बहुत सारे काम किये जा सकते हैं .

Nsmch

अन्नपूर्णा सिंह ने कहा कि अपनी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा पटना से की. इसके उपरांत 3 साल तक इंटेल बेंगलुरु में नौकरी भी की . गांव पहुंची अन्नपूर्णा सिंह के स्वागत में जिला परिषद उपाध्यक्ष सोनी सिंह, पैक्स अध्यक्ष शिव शंकर सिंह, समाजसेवी डॉक्टर पुष्पेंद्र कुमार सिंह, राम सुंदर प्रसाद सिंह, सूरजभान सिंह, जलधर सिंह ,गोपाल सिंह, अनिल सिंह सहित ग्रामीण मौजूद रहे.

अन्नपूर्णा सिंह ने कहा कि - हौसले बुलंद कर रास्तों पर चल दे.. तुझे तेरा मुकाम मिल जाएगा , बढ़कर अकेला तू पहल कर देखकर तुझको…. काफिला खुद बन जाएगा...

रिपोर्ट- चंद्रशेखर कुमार भगत 


Editor's Picks