Desk: कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया जूझ रही है. पूरे देश में इस बीमारी से बचने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है लेकिन सीएम नीतीश के गृह जिले की ये तस्वीर काफी डराती है. तस्वीर को देखकर ऐसा लगता है जैसे ये डॉक्टर साहब अमृत पीकर पृथ्वी पर अवतरित हुए हैं.
यह तस्वीर नालंदा जिले के परबलपुर इलाके की है. जहां एक क्लीनिक में मरीजों का कुछ इस तरह का इलाज किया जा रहा है . यहां मरीजों के बीच न तो सोशल डिस्टेसिंग का ख्याल रखा जा रहा है न ही मरीजों का इलाज में. इस क्लीनिक में मरीज को जो सलाइन चढ़ाया जा रहा है वो भी लकड़ी में बोतल को लगा कर.
इसी से आप सहज अंदाजा लगा सकते मरीजों का यहां इलाज भगवान भरोसे ही होता होगा. सीएम के गृह जिले में जब निजी क्लीनिकों के चिकित्सकों का यह हाल है तो और जिलों के क्लीनिकों का क्या हाल होगा और मरीजों का किस तरह इलाज होता होगा.
जबकि किसी भी क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन लेने के समय चिकित्सकों की टीम द्वारा पूरे शर्तों की जांच के बाद ही रजिस्ट्रेशन दिया जाता है.
वहीं समय समय पर सिविल सर्जन या फिर जिला प्रशासन के द्वारा बनाए गए टीम के द्वारा छापेमारी कर मरीजों की दी जानेवाली सुविधाओं की जांच की जाती है. मगर इस क्लीनिक को देखकर ऐसा लगता है कि जिले के जिम्मेवार पदाधिकारी किस तरह लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है.