AURANGABAD : जिले में शिक्षकों की परेशानी बढ़ गयी है. दरअसल विभाग के एक फैसले ने उन्हें सुबह से बैंक के दरवाजे पर कतार में लगने के लिए मजबूर कर दिया है. आज शिक्षकों के द्वारा बैंक में खाता खुलवाने को लेकर हुजूम उमड़ पड़ा. इस दौरान न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और न ही कोरोना को लेकर केंद्र सरकार के गाइडलाइन का पालन. मामला दाउदनगर अनुमंडल का है.
बैंक के सामने सुबह से कतार में लगे शिक्षकों ने बताया की बिहार सरकार के द्वारा यह सभी शिक्षकों को अपना वेतन प्राप्त करने हेतु स्टेट बैंक में खाता खुलवाने का दिशा निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया की पहले शिक्षकों का वेतन पंजाब नेशनल बैंक से मिलता था.
लेकिन अब स्टेट बैंक में खाता खोलवाने का दिशा निर्देश दिया गया है. जिसकी अंतिम तिथि 15 सितम्बर तक निर्धारित की गयी है. इस दिशा निर्देश को लेकर शिक्षकों में अफरा तफरी मची हुई है.
उनका कहना है की तीन प्रखंडों के शिक्षकों का खाता खोला जाना है. इस परेशानी को देखते हुए बैक को काउंटर की संख्या बढानी चाहिए. वहीँ ऑनलाइन अप्लाई करने वाले लोगों को यह डर सता रहा है की 15 दिनों की उनकी समय सीमा समाप्त न हो जाये. उन्होंने जिला प्रशासन से रोस्टर सिस्टम लागू करने की मांग की है.
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट