BHAGALPUR : एक तरफ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक स्कूलों को दुरुस्त करने के लिए एड़ी चोटी एक कर रहे है। चाहे वह विद्यालय के मूलभूत सुविधाओं की बात हो या फिर शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति की बात हो। लेकिन इस शिक्षा विभाग की व्यवस्था पर उंगली उठाने के लिए यह तस्वीर काफी है। जहां विद्यालय चल रहा हो और बच्चों के सामने नया छत का छज्जा भरभरा कर नीचे गिर गया।
गनीमत यह थी कि उस छज्जे के नीचे कोई बच्चे नहीं आया। वरना एक बड़ा हादसा हो सकता था। ताजा मामला इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर स्थित राजकीय मध्य विद्यालय भीखनपुर का है। जहां एक तरफ सेंटरिंग मिस्त्री का कहना है कि हम लोगों ने 18 दिन सेंटरिंग को पूरा हो जाने के बाद इसे खोला गया है। वही खुद जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया की हमें ज्ञात है कि इस ढलाई को हुए 10 से 12 दिन ही अभी हुए हैं और उसे खोल दिया गया। जिसके चलते यह छज्जा भरभरा कर गिर गया है।
हालाँकि अब सच्चाई क्या है। इस पर पता लगाकर संज्ञान लेने की भी बात कही। जब इस घटना की जानकारी पत्रकारों को चली और वह खबर को कवरेज करने के लिए विद्यालय पहुंचे तो वहां के प्रभारी प्राचार्य शंभू शरण ने पत्रकारों से अभद्रता पूर्वक बात की और इस विषय पर कुछ भी बताने से इनकार किया।
पत्रकारों का बस इतना ही कहना था कि अगर इस छज्जे के नीचे कोई बच्चा आ जाता तो बड़ी घटना हो जाती क्या कहेंगे। तभी वह आग बबूला हो गए और पत्रकारों को विद्यालय से निकलने की बात कह दी। गौरतलब हो की विद्यालय में प्रधानाध्यापिका निभा डे ने शौचालय अपने पैसे से बनवाया है। हालांकि प्रधानाध्यापिका विद्यालय में मौजूद नहीं थी। वह अभी अवकाश पर हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस पर जिला प्रशासन क्या संज्ञान लेती है ?
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट