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झारखण्ड पुलिस के गोली से शहीद हुए सरपंच रामनाथ प्रसाद चंद्रवंशी के परिजनों को नहीं मिला न्याय, नेताओं द्वारा सिर्फ खोखली आश्वासन ही मिलता रहा

झारखण्ड पुलिस के गोली से शहीद हुए सरपंच रामनाथ प्रसाद चंद्रवंशी के परिजनों को नहीं मिला न्याय, नेताओं द्वारा सिर्फ खोखली आश्वासन ही मिलता रहा

PATNA : झारखण्ड पुलिस के गोली से शहीद हुए पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय सह निरखपुर- पाली पंचायत के तत्कालीन सरपंच व जुझारू सामजिक एवं राजनितिक कार्यकर्ता रहे स्व रामनाथ प्रसाद चंद्रवंशी के पीड़ित परिजनों को उनकी हत्या होने के 8 साल बाद भी नहीं मिला अबतक कोई मुवावजा और न्याय, सिर्फ अबतक मिला रहा तो नेताओं की कोरी और झूठे खोखली आश्वासन ही, हर साल उनकी शाहदत दिवस पर और वर्षी पर मेले लगते है छोटे- बड़े नेताओं की जमवडा वर्षी पर जुटती है आकर उनके तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर झूठे आश्वासन देकर चले जाते है फिर वह कभी पूरा नहीं होता है.

यह कोई फ़िल्मी कहानी नहीं है, बल्कि हकीकत है।  2 फरवरी 2016 की यह  कहानी है जब उस समय के सरपंच रहे पालीगंज -निरखपुर पंचायत के स्व. रामनाथ प्रसाद चंद्रवंशी को दो अपराधियों को पकड़ने के लिए आई झारखण्ड पुलिस ने उन्हें उस ऑपरेशन के दौरान निर्मम रूप से उस काली और अँधेरी कमायत की रात में हत्या कर दी थी. झारखण्ड पुलिस की गोली से शहीद हुए 8 साल बीत चुके है अबतक पीड़ित परिजनों को न ही सरकार से कोई मुआवजा और न्याय मिला और नहीं नेताओं से, सिर्फ आजतक कोरी और झूठी आश्वासन ही मिला 

 आज उनकी 8वीं बरसी पर एक बार फिर लोग जुटे लेकिन इस अवसर पर आज परिजन ने नेताओं को नहीं बुलाया. आज इस बरसी को सादगी पूर्ण तरीके  पूर्व सरपंच रामनाथ प्रसाद चंद्रवंशी के तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन करते भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया गया.

        इस मौके पर झारखण्ड पुलिस की गोली से शहीद हुए स्व रामनाथ प्रसाद चंद्रवंशी की पीड़िता पत्नी पूर्व सरपंच रही उर्मिला देवी अपने नम आँखों से भावुक होते हुए कहती है की मेरे निर्दोष पति जोकि समाज के लिए एक पैर पर सदा खडे रहते थे उन्हें झारखण्ड पुलिस के जवानों ने  2 फ़रवरी 2016 की शाम को निर्मम रूप से हत्या कर दिया था, इस घटना के 8 साल बीत चुके है, उनकी वर्षी पर राज्य के बड़े बड़े नेताओं की जमघट लगती रही है हर वर्ष कुछ न कुछ नेताओं द्वारा आश्वासन मिलता रहा है चाहे वह  उपमुख्यमंत्री मंत्री हो या मंत्री या स्थानीय सांसद हो या विधायक सभी लोगो द्वारा ही सिर्फ कोरी और झूठी आश्वासन और दिलासा ही दिया गया लेकिन अबतक उनलोगो द्वारा दिया गया आश्वासन जमीन पर नहीं उत्तरी वे आए और गए बात खत्म हो गई.

सामुदायिक भवन बनाने की हुई थी घोषणा

जैसे पिछली बार मुख्य अतिथि रहे बिहार विधान पार्षद सदस्य महाबली सिंह ने सार्वजनिक रूप स्व रामनाथ प्रसाद के नाम पर सामुदायिक भवन बनाने के लिए फंड देने की घोषणा किया था लेकिन वह सिर्फ कोरी आश्वासन ही साबित हुआ इसके लिए उनसे कई बार मिले लेकिन सिर्फ आश्वासन ही दिया,यही जमीनी हकीकत है। 

नेताओं की यह सिर्फ एक बानगी है यह सिलसिला विगत 8वर्षो से निरंतर  चलता आ रहा है. उर्मिला देवी कहती है हमें आज तक न सरकार से न्याय मिला और न ही नेताओं से, हम जाए तो जाए कहाँ. अब हम नेताओं की कोरी आश्वासनो से थक चुके है. अब हमारी एक ही अभिलाषा और छोटी मांग है उनके नाम पर एक स्मृति द्वारा पालीगंज अनुमंडल बाजार के प्रवेश द्वार बन जाए यही मांग हमारी यहाँ के राजनितिक और सामजिक कार्यकर्ताओ से है.

आज उनके सहादत दिवस पर दर्जनों लोगो ने उनके तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए अपने श्रद्धा सुमन के साथ नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर पूर्व मुखिया चंद्रशेन वर्मा, प्रमोद चंद्रवंशी, मनोज चंद्रवंशी, नरेंद्र चंद्रवंशी, राजेश कुमार, बैजनाथ प्रसाद, राजकिशोर सिंह,  प्रभा देवी,अशोक शर्मा, सिकंदर कुमार, समेत बड़े पैमाने पर स्थानीय समाजिक एवं राजनितिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

REPORT BY AMLESH KUMAR

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