बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

सीएम नीतीश से मिले उपेंद्र कुशवाहा... बड़े भाई की एनडीए में वापसी पर खूब खुश हुए, सियासी समीकरण भी सधेगा

सीएम नीतीश से मिले उपेंद्र कुशवाहा... बड़े भाई की एनडीए में वापसी पर खूब खुश हुए, सियासी समीकरण भी सधेगा

पटना. बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर उनके कई पुराने साथी उन्हें बधाई दे रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश से पटना में मुलाकात की. आरएलजेडी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश को बधाई देने के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर इसकी जानकरी दी. उन्होंने कहा, ‘बिहार की एनडीए सरकार में फिर से मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने पर श्री नीतीश कुमार जी से मिलकर उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।‘ इसके पहले सीएम नीतीश ने 28 जनवरी को भाजपा नीत एनडीए के समर्थन से बिहार में फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ 8 अन्य लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली है. 

उपेन्द्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाक़ात को लेकर कहा कि हमने उनके आवास पर जाकर बधाई दी है. वही अब नई सरकार के गठन के बाद बिहार में विधि व्यवस्था में सुधार होगा, ऐसी उम्मीद है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में बिहार में सभी 40 सीट पर एनडीए को जीत हासिल होने का दावा किया. कुशवाहा ने कहा कि अब कहीं से भी कोई चुनौती नहीं है. एनडीए गठबंधन की जीत विधानसभा चुनाव 2025 में भी होगी. वही वहीं राहुल गांधी के बिहार दौरे को लेकर उपेंद्र ने कहा कि उनके दौरे और रैली से कोई फ़र्क़ अब नहीं पड़ने वाला है. वही एक बार फिर जेडीयू में जाने के सवाल पर कहा कि अब किसी भी हाल में कहीं नहीं जाने वाले हैं. 

हालांकि शपथ ग्रहण समारोह में उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं हुए थे. लेकिन नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में आने का उन्होंने स्वागत किया था. नीतीश के एनडीए में आने पर उपेंद्र ने उन्हें बड़ा भाई बताते हुए उत्साहित तरीके से स्वागत किया था. उन्होंने कहा था, ‘मुख्यमंत्री का इस्तीफा प्रकरण: बड़े भाई नीतीश जी जिस काली कोठरी में चले गए थे। वहां रोज़ ब रोज उनकी आयु घट रही थी। बाहर आने के लिए साधुवाद। जान भी बची, बिहार भी बचा।‘ 

नीतीश से थे नाराज : दरअसल, अगस्त 2022 में जब नीतीश कुमार ने एनडीए से अलग होकर महागठबंधन संग सरकार बनाई तो उनके इस फैसले से उपेंद्र कुशवाहा नाराज हो गए. अंत में उन्होंने जदयू से अलग होने की घोषणा की और अपनी नई पार्टी आरएलजेडी बनाई. इसके साथ ही उन्होंने एनडीए के घटक दल के रूप में अपनी पार्टी को शामिल कर लिया. तब से लगातार नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए उनके लालू यादव के साथ जाने पर वे अपनी नाराजगी जताते रहे. इन सबके पिछले नाटकीय घटनाक्रम में पिछले सप्ताह बिहार में फिर से सत्ता परिवर्तन हो गया. 

एनडीए में स्वागत : नीतीश के एनडीए में लौटने पर अब उपेंद्र कुशवाहा भी खुश नजर आ रहे हैं. वे सार्वजनिक रूप से नीतीश कुमार को बड़ा भाई बताकर उनके एनडीए में वापसी को राज्यहित में बता चुके हैं. इन सबके बीच अब कुशवाहा ने नीतीश कुमार से मिलकर उन्हें बधाई दी है. नीतीश कुमार को लव-कुश राजनीति के लिए जाना जाता है. लव-कुश यानी कुर्मी-कुशवाहा जातियों का गठजोड़. अब नीतीश कुमार के साथ उपेंद्र कुशवाहा की फिर से बढ़ी दोस्ती इन दोनों जातियों के वोटों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभा सकती है. इससे नीतीश और उपेंद्र कुशवाहा दोनों को बड़ा सियासी फायदा हो सकता है. 


Suggested News