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महावीरी अखाड़ा पर पॉलिटेक्निक कॉलेज बनने का ग्रामीणों ने किया विरोध, पुलिस प्रशासन पर किया पथराव

महावीरी अखाड़ा पर पॉलिटेक्निक कॉलेज बनने का ग्रामीणों ने किया विरोध, पुलिस प्रशासन पर किया पथराव

BETTIAH : मझौलिया प्रखंड की महानागनी पंचायत स्थित महावीरी अखाड़े की जमीन पर पॉलिटेक्निक कॉलेज निर्माण कार्य के विरोध में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. इस मामले को लेकर उन्होंने पुलिस पर पथराव किया. बताते चलें कि पॉलिटेक्निक कॉलेज के लिए महावीरी अखाड़े की भूमि को पूर्व में ही चयनित किया गया था. जिस पर बुधवार को सुबह से ही चहारदीवारी के लिए खुदाई की जा रही थी. इसी बीच ग्रामीणों ने निर्माण कार्य कर रहे लोगों पर धावा बोल दिया और निर्माण कार्य रुकवा दिया. विरोध कर रहे ग्रामीण अपनी हाथों में लकड़ी, डंडा, ईट पत्थर आदि लेकर बीच मैदान में पहुंचकर हो हल्ला करने लगे. इसकी सूचना मजदूरों ने प्रशासन को दी. मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी पश्चिम चंपारण डॉक्टर निलेश रामचंद्र देवरे, पुलिस अधीक्षक जयंत कांत, एसडीएम डॉ विद्यानंद पासवान, एसडीपीओ पंकज कुमार रावत भारी दल बल के साथ निर्माण स्थल पर पहुंचे. 

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उन्होंने विरोध कर रहे ग्रामीणों को खदेड़ना शुरू कर दिया. इसी दरम्यान आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन पर ईट पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. महिलाओं ने सड़क के किनारे खड़े होकर पुलिस पर लकड़ी डंडा फेंकते हुए भद्दी भद्दी गालियां देनी शुरू कर दी. पुलिस ने विरोध कर रहे ग्रामीणों पर खदेड़ खदेड़ कर लाठियों से जमकर पीटा. जिसमें जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक स्वयं लाठियां भाज रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि प्रशासन ने घर में घुसकर भी ग्रामीणों की पिटाई की. ग्रामीणों के भागने पर मामला शांत होते देख जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक वापस जिला मुख्यालय चले गए. उनके जाते ही विरोध कर रहे ग्रामीणों ने एक बार फिर से हो हंगामा शुरू कर दिया. इसकी सूचना पाते ही डीएम और एसपी को लालगढ़ से लौटना पड़ा. लौट कर आते ही उन्होंने गाड़ी से उतर पुलिस बल के साथ बीच सड़क पर खड़े लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया. डीएम और एसपी के इस तेवर को देख विरोध कर रहे ग्रामीण अपने घरों को छोड़ खेतों की ओर भागने लगे. परंतु इन अधिकारियों ने दल बल के साथ उनका पीछा नहीं छोड़ा. लगभग एक किलोमीटर तक धान और गन्ने की खेतों की तरफ जाकर खदेड़ दिया. घटना में महानागनी पंचायत के मुखिया जितेंद्र सिंह को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया. जिलाधिकारी ने मुखिया की संपत्ति, उनके बैंक खाता आदि की जांच करने का आदेश दिया. 

साथ ही पुलिस अधीक्षक ने मुखिया को कडी डांट पिलाते हुए इस विरोध प्रदर्शन का श्रेय मुखिया को ही दिया. उन्होंने पदाधिकारियों से मुखिया के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करने का आदेश दिया. प्रशासन ने मुखिया समेत 7 ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया है. इस पथराव व लाठीचार्ज में 3 लोग घायल हुए हैं. जिसमें एक लड़की भी शामिल है. प्रशासन ने मामले को देखते हुए बुधवार के दिन कार्य को रोक अगले दिन से पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती में कार्य कराने का आदेश दिया.  साथ ही निर्माण कार्य के विरोध में ग्रामीणों को भड़काने वाले की गिरफ्तारी करने की बात कही. जिलाधिकारी ने महाना चौक से लेकर मझौलिया चीनी मिल गेट तक सड़क के दोनों किनारे अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को 15 दिनों के अंदर मुक्त कराने का सख्त आदेश अंचलाधिकारी मझौलिया को दिया. जिलाधिकारी ने कहा कि बिहार में शिक्षा की स्थिति में सुधार के लिए यहां के निवासी तैयार नहीं है. पॉलिटेक्निक कॉलेज के खुलने से जहां एक तरफ छात्रों का भविष्य बनेगा. वही आसपास के लोगों को भी रोजगार मिलेगा. 

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उन्होंने बताया कि तत्कालीन जिला पदाधिकारी लोकेश कुमार के समय ही पॉलिटेक्निक कॉलेज निर्माण के लिए इस भूमि का चयन सर्वसम्मति से कर लिया गया था. विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि विगत कई वर्षों से हम लोग यहां महावीरी अखाड़ा आयोजित करते हैं. मेला भी लगता है, पूजा पाठ भी होता है. साथ ही शादी ब्याह के मौके पर बारात भी ठहरती है. खेलकूद की कई प्रतियोगिताएं यहां आयोजित की जाती है. पॉलिटेक्निक कॉलेज बन जाने से इसके अंदर इस तरह के कार्यों का करना असंभव हो जाएगा. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि चहारदीवारी निर्माण से इस तरह के आयोजनों में कोई रुकावट नहीं होगी. बच्चे अंदर खेल सकते हैं. पूजा पाठ भी हो सकती है. बारात भी ठहर सकती है .सबसे बड़ी बात तो यह है कि यहां के छात्रों का भविष्य बनेगा और आसपास के लोग भी तरक्की करेंगे. उन्होंने इस विरोध को गलत करार दिया. जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि प्रस्तावित इस भूमि पर हर हाल में पॉलिटेक्निक कॉलेज का निर्माण होकर रहेगा. इसके लिए उन्होंने पुलिस बल की भारी तैनाती करने का आदेश दिया. इस घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल है एवं ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है.

बेतिया से आशीष कुमार की रिपोर्ट 

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