MOTIHARI : नीतीश कुमार के सुशासन वाली सरकार में आपको हर काम के लिए अधिकारियों को पैसे देनें पड़ेंगे। बिना अधिकारी के चढ़ावे के आप कोई भी काम या व्यवसाय नही कर सकते। अगर आप कोई व्यवसाय करते हैं तो आपको संबंधित अधिकारी के दरबार मे हाजिरी देनी ही पड़ेगी। वहीं सिर्फ हाजिरी से काम नही चलने वाला, आपको उन्हें चढ़ावा भी चढ़ाना पड़ेगा।
डिप्टी सीएम के विभाग से जुड़ा है मामला
मामला बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के विभाग से जुड़ा है। दरअसल सुशील मोदी के जिम्मे वन एवं पर्यावरण विभाग भी है। इनके ही विभाग के एक अधिकारी जो पूर्वी चंपारण के अरेराज रेंज में रेंजर के पद पर पदस्थापित है, उसका रिश्वत लेते वीडियो वायरल हुआ है। वाय़रल वीडियो मे रेंजर विवेकानन्द स्वामी अपने आवास पर पैसे लेते दिख रहे हैं। उस वीडियों मे साफ-साफ दिख रहा है कि अधिकारी महोदय अपने आवास मे बैठे हैं। उनके बगल मे एक शख्स काम कराने के लिए कुछ कागजात लेकर पहूंचा है। कागजात को देखने के बाद रेंजर विवेकानन्द उससे पैसे की मांग करते हैं। इसके बाद वह शख्स अधिकारी को रूपये देता है। रेंजर उस पैसे को हाथ मे लेकर गिनता है, इसके बाद वह उस पैसे को अपने घूटने से दबा लेता है। बताया जाता है कि पूर्वी चंपारण के संग्रामपुर क्षेत्र के एक आरा मिल संचालक की रिपोर्ट समिट करने के लिए रेंजर विवेकानन्द स्वामी घूस की रकम ले रहे थे।
आरा मिल संचालक से हर महीने 5 हजार रुपये की करते है वसूली
चर्चा इस बात की है ये अधिकारी हर आरा मिल संचालक से हर महीने 5-5 हजार रू वसूलते हैं। यहां बिना चढ़ावा के आप वैध आरा मिल का संचालन नही कर सकते। जानकारों का कहना है कि इस अधिकारी की मिलीभगत से सिर्फ अरेराज इलाके में 30 से अधिक अवैध आरा मिलों का संचालन किया जा रहा है। जिससे हर महीनें लाखों की अवैध कमाई की जा रही है ।
अधिकारी की सफाई
घूस लेते वीडियो वायरल होनें पर जब न्यूज4नेशन नें रेंजर विवेकानन्द स्वामी से सवाल पूछा तो उन्होनें पहले खबर नही चलानें की विनती की।इसके बाद उन्होनें कहा कि उन्हें फंसानें की साजिश की जा रही है।
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट