पटना- बिहार में दिवाली के बाद से ही मौसम रंग बदलने लगा है. सुबह पटना समेत कई जिलों में रात कनकनी हो रही है.पटना में बुधवार की शाम लोग घरों इंडिया के साथ हो रहे क्रिकेट वर्ल्ड कप का आनंद लिया. बादल छाए रहे.प्रदूषण का स्तर पूरे प्रदेश में दिवाली के बाद देखा जा रहा था. भारतीय मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि अगले 24 घंटे में पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण का निर्माण हुआ. इसकी वजह से दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना बढ़ गई है. मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान यहां मौसम शुष्क रहेगा. यहां अधिकांश हिस्सों में कोहरे छाए रहेंगे. इसके साथ ही धीरे-धीरे ठंड बढ़ती रहेगी .तापमान में लगातार गिरावट से ठंड में वृद्धि होने लगी है. बुधवार को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया गया जो इस सीजन में सबसे कम रहा. तापमान में गिरावट से सूरज ढलने के साथ ठंड का एहसास होने लगा है. इस दौरान एनएच और ग्रामीण क्षेत्रों में कोहरा भी दिख रहा है.छठ से ठीक पहले बिहार ही नहीं यूपी के मौसम में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। आईएमडी ने कहा है कि चक्रवाती परिसंचरण की वजह से बिहार और उसके आस-पास के इलाके में मौसम की स्थिति अभी से बदलने लगी है।
बुधवार को जारी पूर्वानुमान में बताया गया कि 19 नवंबर तक मौसम शुष्क रह सकता है. आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते हैं. अधिकतम तापमान 29 से 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. बुधवार को पिछले दिनों की तुलना में अधिक ठंड महसूस हुई. अधिकतम तापमान सामान्य से 0.4 डिग्री अधिक रहा, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस कम रिकार्ड किया गया. मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान में गिरावट होने से शाम से लेकर सुबह तक ठंड रहेगी. वहीं, अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है.
राजधानी पटना सहित राज्य के कई दिलों में पछुआ के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में कमी आई है. मौसम विभाग ने दो दिन पहले ही तापमान में गिरावट का पूर्वानुमान जारी किया था. बुधवार को पटना, बेगूसराय, छपरा, भागलपुर, सीवान समेत 12 जिलों का वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में रहा.
मौसम पूर्वानुमान में सुबह में हल्का कोहरा छाए रहने का अनुमान है. इस दौरान एक से दो किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा के चलने का अनुमान है. रात गहराने के साथ ही कोहरे का असर दिखने लगता है और सुबह तक इसका असर दिख रहा है. विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहनों के परिचालन में दिक्कत आने लगी है.