PATNA : नेशनल हैंडबॉल
खिलाड़ी लम्हे कुमार की मौत की CBI जांच की मांग उठी है। लम्हे कुमार की मां ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केन्द्रीय खेल मंत्री को पत्र लिख कर CBIसे
जांच कराने की गुहार लगायी है। लम्हे की मां कंचनमाला कुमारी ने आरोप लगाया है कि
कोच शिवाजी और केन्द्रीय चयन समिति के लोग उसे प्रताड़ित करते थे। इसी वजह से उसने
गले में फंदा डाल लिया।
कौन है लम्हे कुमार
लम्हे कुमार खगड़िया, मानसी के पूर्वी ठाठा गांव का रहने
वाला था। उसके पिता राकेश कुमार सीआइएसएफ में नौकरी करते हैं। लम्हे हैंडबॉल का
प्रतिभावान खिलाड़ी था। वह अपनी बहन के साथ गुडगांव के एक फ्लैट में रह रहा था।
उसकी बहन वहां यूपीएससी की तैयारी कर रही है। कंचनमाला के मुताबिक, लम्हे
अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए तैयारी कर रहा था।
4 जुलाई को की थी खुदकुशी
अफ्रीकी देश मोरक्को में हैंडबॉल की अंतर्राष्ट्रीय
प्रतियोगिता होने वाली थी। लम्हे को भरोसा था कि प्रदर्शन के आधार पर उसका चयन कर
लिया जाएगा। उसने मोरक्को जाने के लिए पासपोर्ट तक बनवा लिया था। लेकिन जब टीम का
चयन हुआ तो उसकी जगह एक कम योग्यता वाले खिलाड़ी को चुन लिया गया। इससे लम्हे को
बहुत ठेस लगी और उसने अपने फ्लैट में फंदा डाल कर खुदकुशी कर ली।
चयन समिति के ही सदस्य के पुत्र का चयन
आरोप है कि लम्हे के स्थान पर जिस लड़के का टीम में चयन हुआ
वह चयन समिति के एक सदस्य का लड़का है। लम्हे ने अपने माता-पिता को पहले भी कोच
शिवाजी के भेदभावपूर्ण रवैये के बारे में बताया था। लेकिन उसे भरोसा था कि एक न एक
दिन वह खेल के दम पर टीम में आएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
CBI जांच की मांग
लम्हे की मां कंचनमाला ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
और केन्द्रीय खेल मंत्री को पत्र लिख कर इस मामले की CBI से
जांच कराने की मांग की है। कंचनमाला ने कहा, मुझे शक है कि लम्हे को कोच और दूसरे
लोगों ने पहले की तरह ही प्रताड़ित किया होगा जिससे उसने ऐसा कदम उठा लिया। वह देश के लिए
गोल्डमेडल जीतना चाहता था लेकिन मिली मौत।
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