Patna: बिहार में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में सूबे के अस्पतालों पर दबाव भी बढ़ रहा है. लेकिन अस्पताल के जर्जर हालत है.आलम ये है कि पटना के बड़े अस्पताल एनएमसीएच में भर्ती कोरोना मरीजों का एक्सरे व अल्ट्रासोनोग्राफी काराने में डाक्टरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
आपको बता दें कि इमर्जेंसी स्थित एक्सरे मशीन का ट्यूब दो दिनों से खराब है. ऐसे में मैनुअल एक्सरे बंद है. इधर पोर्टेबल एक्सरे को मेडिकल आईसीयू में ले जाने के क्रम मे लॉक टूट जाने से यह भी बंद पड़ा है.
एनएमसीएच के अलग अलग विभागों मे कुल 15 अल्ट्रासाउंड मशीने है, लेकिन इनमे से केवल 2 मशीने काम कर रही है. गौरतलब हो कि एक्सरे मशीनों को खराब हो जाने से एनएमसीच मे इलाज कराने आ रहे मरीजों को डाक्टरों द्वारा एम्स भेजा जा रहा है.
एम्स में अत्यधिक भीड़ होने के कारण मरीजों के परिजन अल्ट्रासाउंड के लिए निजी लैबों में महंगे कीमत में इलाज कराने को मजबूर हैं. मामले की जानकारी देते हुए अस्पताल अधीक्षक डाक्टर निर्मल कुमार ने कहा कि अस्पताल के मशीन काफी पुराने हो चुके है. एमएसआईसीएल से जल्द ही तीन पोर्टेबल व एक डिजिटल एक्सरे मशीन की अपील की गई है .