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मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को हड़काया, इस कारण समधी को दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता

बसपा की प्रमुख मायावती ने पार्टी के असली उत्तराधिकारी के संबंध में एक चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि आकाश आनंद को अपने कार्यों में सुधार लाना आवश्यक है, अन्यथा..

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मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को चेताया- फोटो : social Media

Mayawati Warns Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी  सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को जमकर हड़काया है। मायावती ने यह चेतावनी उनके समधी डॉ. अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निष्कासित करने के बाद दी। आखिर मायावती अपने भतीजे  आकाश आनंद पर विश्वास क्यों नहीं कर पा रही है।  मायावती के  सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट के बाद पार्टी की कमान अब किसे मिलेगी, इसको लेकर नई बहस छिड़ गई है। उनके इस पोस्ट को अघोषित तौर पर भतीजे आकाश आनंद को चेतावनी के रूप में माना जा रहा है। संकेत निकल रहे हैं कि आकाश आनंद ने अगर उनके तौर-तरीकों को ध्यान में रखकर काम न किया तो वह उत्तराधिकारी बनाने के फैसले पर पुनर्विचार कर सकती हैं।

आकाश आनंद को पहले मायावती का उत्तराधिकारी घोषित किया गया था और उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 से पहले महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई थीं। हालांकि, चुनावी प्रदर्शन में उनकी भूमिका संतोषजनक नहीं रही। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बसपा का खराब प्रदर्शन और टिकट वितरण में मनमानी की शिकायतें सामने आईं, जिससे पार्टी की छवि प्रभावित हुई। आकाश का राजनीतिक कौशल और निर्णय लेने की क्षमता पर सवाल उठने लगे।डॉ. अशोक सिद्धार्थ, जो कि आकाश के ससुर भी हैं और मायावती के करीबी सहयोगी रहे हैं, को हाल ही में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। यह कदम पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों के चलते उठाया गया था। चूंकि आकाश आनंद अक्सर अशोक सिद्धार्थ से सलाह लेते थे, इसलिए उनके निष्कासन ने आकाश की राजनीतिक स्थिरता पर भी प्रश्नचिन्ह लगा दिया। 

मायावती ने आकाश आनंद को एक अपरिपक्व नेता माना है, खासकर जब उन्होंने विवादास्पद टिप्पणियों के कारण पद से हटाए जाने का सामना किया था। ऐसे मामलों में उनकी निर्णय लेने की क्षमता और राजनीतिक समझदारी पर संदेह उत्पन्न हुआ है। पार्टी में गुटबाजी और पारिवारिक कलह भी एक महत्वपूर्ण कारक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आकाश आनंद और उनके दूसरे भतीजे ईशान आनंद के बीच तनाव बढ़ रहा है। इससे न केवल व्यक्तिगत रिश्ते प्रभावित हो रहे हैं बल्कि पार्टी की एकता भी कमजोर हो रही है।

बहरहाल  मायावती ने स्पष्ट रूप से संकेत दे दिया है कि यदि आकाश आनंद अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से नहीं निभाते हैं तो उनका उत्तराधिकार छीना जा सकता है।

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