लखनऊ: भारत निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार अर्हता 01 जनवरी, 2025 के आधार पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्राप्त दावे और आपत्तियों के निस्तारण के उपरान्त मतदाता सूची का अन्तिम प्रकाशन मंगलवार को प्रदेश के समस्त पदाभिहित/मतदेय स्थलों पर किया गया है। जो प्रदेश के कुल 394 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों का 29 अक्टूबर, 2024 से 28 नवम्बर, 2024 तक तथा उप निर्वाचन-2024 से आच्छादित 09 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों (16-मीरापुर, 29-कुन्दरकी, 56-गाजियाबाद, 71-खैर (अ0जा0), 110-करहल, 213-सीसामऊ, 256-फूलपुर, 277-कटेहरी तथा 397-मझवां) का 27 नवम्बर 2024 से 12 दिसम्बर 2024 तक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से दावे और आपत्तियां प्राप्त की गयीं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि मतदेय स्थलों के सम्भाजन के उपरान्त वर्तमान समय मे प्रदेश मे कुल 1,62,462 मतदेय स्थल हैं। आलेख्य प्रकाशन के समय प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या 15,25,13,131 थी, जो 07 जनवरी, 2025 को अन्तिम रूप से प्रकाशित नामावली में मतदाताओं की संख्या 15,35,37,430 हो गयी है अर्थात् कुल 18,85,446 मतदाता सम्मिलित हुए और कुल 08,61,147 मतदाता विलोपित हुए। इस प्रकार मतदाता सूची मे शुद्ध कुल वृद्धि 10,24,299 हुई। इस पुनरीक्षण के दौरान कुल 18,85,446 मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। इसमें 08,90,546 पुरूष, 09,94,792 महिला एवं 108 तृतीय लिंग के मतदाता हैं।
उन्होंने बताया कि मतदाता सूची में आलेख्य प्रकाशन के समय जेण्डर रेशियो 874 था, जो अंतिम प्रकाशित नामावली में 876 हो गया अर्थात् जेण्डर रेशियो में 02 अंकों की वृद्धि हुई है। 18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं के कुल 04.84 लाख नाम जोड़े गए जो कुल जोड़े गए नामों का 25.68ः है। निर्वाचक नामावली में वर्तमान में 18-19 आयु वर्ग के कुल मतदाताओं की संख्या 16.23 लाख है। मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने के संदर्भ में इस पुनरीक्षण अवधि में कुल 08.61 लाख मतदाताओं के नाम विभिन्न श्रेणियों के विलोपित किये गये हैं। जिसमें से आयोग के निर्देशन में विलोपन संबंधी कार्यवाहियों के परिणामस्वरूप 03.07 लाख मृतक श्रेणी, 03.96 लाख शिफ्टेड श्रेणी तथा 1.48 लाख रिपीटेड श्रेणी में विलोपित किए गए। मतदाता सूची में विद्यमान विभिन्न श्रेणी की त्रुटियों में 3.52 लाख संशोधन संबंधी कार्यवाही की गई। इसके अतिरिक्त पूर्व में चिन्हित मतदाताओं को जोड़ते हुए वर्तमान में ईआरओ नेट पर कुल 12.83 लाख दिव्यांग मतदाता चिन्हित हैं।
इस पूरे अभियान के तहत मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दल हमारे सहभागी रहे हैं। मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों की प्रदेश स्तर पर बैठक 04 अक्टूबर 2024 को आयोजित की गयी तथा सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों से अपने बूथ लेवल एजेण्ट नियुक्त किए जाने का अनुरोध भी किया गया। परिवर्धित, अपमार्जित एवं संशोधित किए गए समस्त नामों की सूची सभी स्तरों पर सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के साथ साझा की गयी। उक्त के अतिरिक्त ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यमों से अधिक से अधिक अर्ह मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल कराने तथा अनर्ह मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से विलोपित कराए जाने से सम्बन्धित फार्म सम्बन्धित मतदाताओं से भरवाने हेतु जागरूक किया गया।
मतदाता सूची में विद्यमान प्रविष्टियों में संशोधन, डुप्लीकेट मतदाता फोटो पहचान पत्र हेतु आवेदन, शिफ्टेड मतदाताओं के लिए आवेदन और दिव्यांग मतदाताओं के चिन्हांकन हेतु निर्धारित फार्म-8 की व्यवस्था दी गयी है तथा इस संबंध में प्रचार-प्रसार किया गया। इस बात पर विशेष ध्यान आकर्षित किया गया कि किसी वर्तमान मतदाता के एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरण की दशा में फार्म-8 का उपयोग किया जाए न कि फार्म-6 का।
निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण हेतु प्रदेश के सभी 18 मण्डलायुक्तों को नामावली प्रेक्षक (रोल प्रेक्षक) नियुक्त किया गया। इन प्रेक्षकों द्वारा भी अपने मण्डलों में पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा की गयी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अन्य अधिकारियों द्वारा भी विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2025 से सम्बन्धित कार्यों का निरन्तर भ्रमण करते हुए सतत पर्यवेक्षण एवं समीक्षा की गयी। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान समय-समय पर सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग भी की गयी तथा इस कार्यालय के अधिकारियों द्वारा जनपदों में पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा हेतु भ्रमण भी किया गया।