Bihar News: केनरा बैंक लोन घोटाला, 1.40 करोड़ की ठगी कर फरार हुए एजेंट, महिलाओं का फूटा गुस्सा, बैंकिंग प्रणाली पर उठे सवाल
Bhagalpur: नवगछिया में केनरा बैंक शाखा में एक गंभीर वित्तीय घोटाला सामने आया है, जिसने न केवल बैंक की साख को झकझोरा है, बल्कि सैकड़ों गरीब महिलाओं को असमंजस और संकट की स्थिति में डाल दिया है।

Bhagalpur: नवगछिया में केनरा बैंक शाखा में एक गंभीर वित्तीय घोटाला सामने आया है, जिसने न केवल बैंक की साख को झकझोरा है, बल्कि सैकड़ों गरीब महिलाओं को असमंजस और संकट की स्थिति में डाल दिया है। समाज उन्नति केंद्र नामक एनजीओ के दो एजेंट अमरेश और संजीत —पर 1 करोड़ 40 लाख रुपये की राशि गबन करने का आरोप है, जो उन्होंने JLG (ज्वाइंट लायबिलिटी ग्रुप) लोन की किश्तों के रूप में इकट्ठा किया था।
एजेंटों ने महिला समूहों से यह कहकर हर माह किश्त वसूली कि वे उसे बैंक में जमा कर रहे हैं। पीड़ित महिलाओं का कहना है कि उन्होंने समय पर किश्तें दीं, लेकिन बैंक कह रहा है कि लोन बकाया है, और अब उन्हें डिफॉल्टर घोषित कर नोटिस भेजा जा रहा है। पीड़ित स्वीटी देवी ने कहा कि "1.5 लाख का लोन लिया था, अब तक 30 हजार किस्त दे चुके हैं, फिर भी बैंक दो लाख का नोटिस भेज रहा है।" वहीं कुसुम देवी ने बताया कि "हर महीने 2700 रुपये दिए, एक साल तक। अब बैंक कह रहा है पैसा जमा नहीं हुआ, तो हमारी क्या गलती?"
केनरा बैंक के शाखा प्रबंधक इमरान सिद्दीकी ने बताया कि समाज उन्नति केंद्र के माध्यम से 2020-21 में 95 समूहों को लोन दिया गया था, जिसमें से 74 खाते लॉन्ग पेंडिंग (LP) हो गए हैं।उन्होंने यह भी माना कि एजेंटों ने कई किश्तें बैंक में जमा नहीं की, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि इतने लंबे समय तक बैंक ने निगरानी क्यों नहीं की।
महिलाओं और सामाजिक संगठनों ने सीधा सवाल किया है कि "अगर एजेंट ही बैंक के प्रतिनिधि बनकर पैसा इकट्ठा कर रहे थे, तो बैंक ने निगरानी क्यों नहीं रखी? क्या यह सिर्फ एजेंटों की धोखाधड़ी है या बैंक की मिलीभगत भी है?"यह घोटाला बैंकिंग व्यवस्था की पारदर्शिता, जवाबदेही और निगरानी तंत्र को कठघरे में खड़ा करता है। गरीब महिलाएं अब बिना किसी गलती के कर्ज़दार बना दी गईं हैं।
पीड़ित महिलाओं ने एजेंटों की गिरफ्तारी, बैंक अधिकारियों की जांच,राशि की वसूली से राहत जैसी मांगों के साथ स्थानीय प्रशासन से हस्तक्षेप की अपील की है। फिलहाल मामला बैंकिंग फ्रॉड से जुड़ा एक बड़ा सामाजिक संकट बन चुका है, और नवगछिया की जनता अब जानना चाहती है — "केनरा बैंक घोटाले में आख़िर असली दोषी कौन?"
रिपोर्ट- अंजनि कुमार कश्यप