Bihar Politics: बीजेपी इन उम्मीदवारों को देगी टिकट, भाजपा ने तय किया प्रत्याशियों के लिए मापदंड, इनका कट जाएगा टिकट, 3 में से 1 का होगा चयन
Bihar Politics: भारतीय जनता पार्टी ने टिकट बंटवारे के लिए और प्रत्याशियों के चयन के लिए बड़ी रणनीति तैयार की है। उम्मीदवारों के लिए कुछ मापदंड तय किए गए हैं जो प्रत्याशी उन मापदंड पर खड़े उतरेंगे पार्टी उन्हें टिकट देगी। पढ़िए आगे...

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारी तेज कर दी है। महागठबंधन और एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खींचातानी जारी है। सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन और एनडीए गठबंधन में मथापच्ची जारी है। इसी बीच बीजेपी ने सीट बंटवारे को लेकर नई रणनीति तैयार की है। बीजेपी भाजपा प्रत्याशियों का चयन कैसे करेगी इसको लेकर एक मूल मंत्र तैयार किया गया है। इसके तहत टिकट उसी प्रत्याशी को मिलेगा जिसकी जीतने की संभावनाएं अधिक होगी।
2020 की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक सीट जीतने का लक्ष्य
सूत्रों की मानें तो भाजपा ने इस बार 2020 की तुलना में 30% अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। बताया जा रहा है कि भाजपा एक सीट के लिए 3 उम्मीदवारों का चयन करेगी। जिनमे से एक को टिकट मिलेगा। जानकारी अनुसार बीजेपी करीब 1300 संभावित प्रत्याशियों की स्कैनिंग करेगी। हर सीट पर 11 से 13 दावेदारों के नाम पर विचार होगा। उनमें से 3 नामों की फाइल दिल्ली भेजी जाएगी और अंतिम फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा।
इस तरह होगी चयन की प्रक्रिया
पहले प्रत्याशियों की लोकप्रियता का आकलन किया जाएगा कि क्षेत्रीय स्तर पर प्रत्याशियों की पहचान कितनी है। जिसके बाद फीडबैक संग्रह किया जाएगा जो वोटरों, समाजसेवियों और संगठन से राय से होगा। स्थानीय नेतृत्व की सहमति ली जाएगी। विधानसभा प्रभारी और जिलाध्यक्ष की राय से उम्मीदवारों का चयन होगा। प्रदेश स्तर पर समीक्षा की जाएगी। जिसके बाद संभावित नामों की सूची दिल्ली भेजा जाएगा। सर्वे रिपोर्ट तैयार किया जाएगा जिसमें पिछले चुनावों के आंकड़े और जीत-हार का अंतर होगा। 5 साल का आकलन किया जाएगा काम, लोकप्रियता और वरिष्ठ नेताओं की राय पर प्रत्याशियों का चयन होगा। कास्ट फैक्टर और जीतने की संभावना पर जोर दिया जाएगा।
टिकट के लिए देना होगा कारण
प्रदेश स्तर से जो नाम दिल्ली भेजे जाएंगे, उनमें यह स्पष्ट करना होगा कि प्रत्याशी को टिकट क्यों मिलना चाहिए। साथ ही संबंधित विधानसभा की जातिगत समीकरण और सामाजिक संरचना की रिपोर्ट भी भेजी जाएगी। प्रत्याशी का बायोडाटा अनिवार्य होगा, जिसमें नाम, अनुभव, संगठनात्मक जिम्मेदारियां और क्षेत्र में काम का उल्लेख करना होगा।
बूथ से प्रखंड तक सक्रियता
भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बूथ और प्रखंड स्तर पर कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी तय कर चुका है। बूथ स्तर पर कार्यकर्ता घर-घर जाकर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं। पेंशन बढ़ोतरी, रोजगार, 125 यूनिट फ्री बिजली, आयुष्मान कार्ड और किसान निधि जैसी योजनाओं का प्रचार किया जा रहा है। प्रखंड स्तर पर समाजसेवियों, मुखियाओं और स्थानीय प्रभावशाली लोगों से संपर्क साधा जा रहा है। नुक्कड़ सभाओं और बाजार बैठकों के जरिए चुनावी माहौल बनाने की कोशिश हो रही है।