GOPALGANJ : नेपाल के तराई इलाको में हो रही लगातार बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। वही एक बार फिर दियारा इलाके के लोगो में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। और एक बड़ा फिर छः प्रखंड के सदर, मांझा, बैकुंठपुर और बरौली के करीब 36 से ज्यादा गांव के निचले इलाके में रहने वाले लाखो लोग प्रभावित होंगे। वहीं बाल्मिकी नगर बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने की सूचना पर एवं गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिलाधिकारी मो मकसूद आलम एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार समेत कई अधिकारियो ने विभिन्न बांधो का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने निचले इलाके में।रहने वाले लोगो को ऊंचे स्थान पर जाने की अपील की है। इसके अलावा बांध किसी तरह की कोई क्षति ना हो इसको लेकर उन्होंने अपने अधिकारियो को कई दिशा निर्देश दिए है
दरअसल नेपाल में भारी बर्षा के कारण बाल्मिकी नगर बैराज से छ: लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने और कुल पॉंच लाख क्यूसेक डिस्चार्ज की सूचना पर एवं गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिला पदाधिकारी मो. मकसूद आलम द्वारा अपर समाहर्ता आपदा शसादुल हसन, अनुमंडल पदाधिकारी डॉ०प्रदीप कुमार,कार्यपालक अभियंन्ता बाढ़ नियंत्रण प्रमोद कुमार,सदर एस डी पी ओ -2 अभय कुमार रंजन आदि के साथ बैकुण्ठपुर प्रखंड तटबंन्ध,सत्तरघाट,बंधौली,शीतलपुर,फजिल्लापुर जमींदारी बॉंध का निरीक्षण किया गया। बैकुंठपुर प्रखंड के सत्तरघाट के सभी संवेदनशील संम्भावित कटाव स्थलों एवं जल स्तर का निरीक्षण किया गया ।गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
बॉंध की सुरक्षा को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य चलाया जा रहा है। सभी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थानों पर चले जाने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए सभी संबंधित बीडीओ, अंचल अधिकारी द्वारा माइकिंग कराई जा रही है। संभावित बाढ़ से लगभग 3000 आबादी के प्रभावित होने की संभावना है जिसमें पकहां, शीतलपुर ,बहरामपुर, खुमारी ,फैजुल्लापुर, सलेमपुर, नरवार ,आदमपुर, मुंजा ,मटियारी और प्यारेपुर आदि गांव की आबादी प्रभावित हो सकती है। इनके लिए सभी प्रकार के आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा पीएचईडी डिपार्टमेंट को निर्देश दिया गया है कि ऊंचे शरण स्थलों पर पेयजल एवं शौचालय आदि की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
कार्यपालक अभियंन्ता बाढ़ नियंत्रण द्वारा जिला पदाधिकारी को बताया गया कि अभी जल स्तर और बहाव का दबाव तीन लाख क्यूसेक स्तर पर है।प्राप्त सूचना अनुसार छ: लाख क्यूसेक डिस्चार्ज जो कल शाम तक गुजरने की संम्भावना के मद्देनजर तैयारी युद्ध स्तर पर है। आपदा प्रबंधन एस ओ पी के अनुरूप सारी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
24 घंटे में पहुंचेगा पानी
जिला पदाधिकारी निदेश पर जगह जगह बॉंधों की चौकसी बढ़ा दी गयी है। इस संदर्भ में जिलाधिकारी मो मकसूद आलम ने बताया की संभावित बाढ़ को।देखते हुए बचाव की तैयारी पूरी कर ली गई है।जगह जगह बॉंधों की चौकसी बढ़ा दी गयी है। प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक सभी पदाधिकारी को अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया की इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है, नंबर भी फ्लैस किया गया हैं,अभी सभी चीज कंट्रोल में है ऐसा कुछ नही है लेकिन संभावना है। बाल्मिकी नगर से छोड़े गए पानी यहां पहुंचने पर 24 घंटा का समय लगेगा।
बांधों को कोई खतरा नहीं
फिलहाल बांध सुरक्षित है। सभी लोग अलर्ट है। जहां जहां कमजोर प्वाइंट है वहां विशेष ध्यान दिया जा रहा है।आपदा से संबंधित सभी प्रकार की तैयारी पूर्ण की गई है। एनडीआरएफ की पांच टीमें तैनात की गई है जो अलर्ट मोड पर हैं। जिला प्रशासन द्वारा लगातार विभिन्न माध्यमों से लोगों को प्रत्येक दशा में नदी के किनारे के स्थलों को खाली कर देने का निर्देश दिया जा रहा है। अगले 24 घंटे में हर प्रकार की विशेष चुनौती से निपटने को सभी को तैयार किया जा चुका है । कंट्रोल रूम 24 घंटा कार्यरत है। प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक सभी पदाधिकारी को उनसे संबंधित कार्यों के लिए उन्हें अलर्ट मोड पर रखा गया है। वह बाढ़ नियंत्रण विभाग का कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार ने बताया गया कि जगह-जगह पर्याप्त मात्रा में ईसी बैग (बालू भरे हुए बोरे) स्टॉक किए गए हैं।
REPORT - MANAN AHMAD