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एक युवा सांसद ने अपने डेढ़ मिनट के बयान में कर दिया "जो है" वाला कांड ! फिर जो हुआ पूरा देश देखने लगा...

एक युवा सांसद ने अपने डेढ़ मिनट के बयान में कर दिया "जो है" वाला कांड ! फिर जो हुआ पूरा देश देखने लगा...

PATNA: 'तकियाकलाम ', जी हाँ कुछ लोगों के बोलने में कुछ ऐसे शब्द हमेशा उनकी जुबान पर चढ़े रहते हैं जिससे उनकी विशेष पहचान बन जाती है। यानी वे शब्द उस शख्स के तकियाकलाम हो जाते हैं। इसमें कुछ राजनेता अपने तकियाकलाम से पहचाने जाने लगते हैं। ऐसे में ही एक युवा सांसद 18वीं लोकसभा में जब बोलने लगे तो उनका तकियाकलाम पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया। इस युवा सांसद ने अपने डेढ़ मिनट के बयान में 32 बार 'जो है' शब्द का इस्तेमाल किया। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। 



युवा सांसद ने 32 बार जो है का किया इस्तेमाल

दरअसल, ये युवा सांसद और नहीं शिव सेना गुट के प्रमुख एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत एकनाथ शिंदे हैं। संसद के बाहर जब इनसे नए कानून को लेकर पूछा गया तो इन्होंने बयान देते हुए 32 बार 'जो है' शब्द का इस्तेमाल किया। श्रीकांत शिंदे ने कहा कि, "मुझे लगता है कि आज से 'जो है' भारतीय न्याय सहिंता कानून 'जो है' पूरे देश में 'जो है' लागू होने जा रहा है, और मुझे लगता है कि इन्होंने बहुत ज्यादा 'जो है' संविधान के नाम पर 'जो है' चुन के आए हैं। यहां पर गलतफहमी लोगों में फैला कर, लोगों को 'जो है' दिशा भूलकर 'जो है', लोगों को भ्रमित कर के 'जो है' इन्होंने 'जो है', आज इनको कुछ ज्यादा सीटे मिली तो रोज 'जो है' शुर गुल 'जो है' यहां पर पार्लियामेंट में 'जो है' करने का काम इनका शुरू है"।



विपक्ष पर साधा निशाना

उन्होंने आगे कहा कि," राष्ट्रपति के भी अभिभाषण पर भी 'जो है' कुछ लोग यहां पर 'जो है' हैकिलिंग करना 'जो है' भूले नहीं है, यहां पर 'जो हैकिलिंग कर रहे थे। वहां पर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 'जो है' यहां पर बार बार 'जो है' तंग करने का काम 'जो है' यहां पर कर रहे हैं, मुझे लगता है कि 10 साल में जो मोदी जी ने काम किया है और फिर से तीसरी बार जो लोगों ने उन्हें चुनकर दिया ये 'जो है' उनको हजम नहीं हो रहा है कि तीसरी बार कैसे 'जो है' लोगों ने 'जो है' इनको चुनकर दिया है, तो मुझे लगता है कि इनकी 'जो है' असफलता 'जो है' आज जहां पर इन्होंने सोचा था कि संविधान के नाम पर 'जो है' ये चुन कर आ जाएंगे लेकिन लोगों ने 'जो है' इनको इनकी सही जगह 'जो है' दिखाई, फिर से विपक्ष में 'जो है' इनको बैठाने का काम 'जो है' लोगों ने किया, इसलिए 'जो है' बौखला कर 'जो है' ये सब 'जो है' रोज नाटक 'जो है' इनका चालू है।



रामविलास का 'जे है से कि'  

बता दें कि अपने खास तकियाकलाम के लिए बिहार से आने वाले रामविलास पासवान भी मशहूर हुए। राजनीति में आधी सदी से ज्‍यादा समय तक चमकते रहे बिहार के रामविलास पासवान का तकिया कलाम 'जे है से कि' उनके नाम के साथ जुड़ गया था। दरअसल, रामविलास के बोलने की खास शैली थी। वे अक्सर जब कुछ बोलते तो अपनी बात रखने के दौरान कई बार 'जे है से कि' बोलकर वाक्य पूरा करते। इसलिए 'जे है से कि' रामविलास का तकियाकलाम बन गया। हाजीपुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाने वाले रामविलास पासवान केंद्र की कई सरकारों में मंत्री रहे। उन्होंने लोजपा का गठन किया था। उनके ही बेटे चिराग पासवान मौजूदा समय में हाजीपुर से सांसद हैं और केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री हैं।


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