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'दो-दो फालतू भाजपाई उपमुख्यमंत्री क्या ध्वस्त पुलों की ईंटें और छड़ उठा रहे है'? सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक पर भड़का राजद

'दो-दो फालतू भाजपाई उपमुख्यमंत्री क्या ध्वस्त पुलों की ईंटें और छड़ उठा रहे है'? सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक पर भड़का राजद

PATNA: बिहार में एक के बाद के एक पुल गिरने के मामले सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटे में सिवान औऱ सारण में 6 पुलों ने जलसमाधि ले ली। इसके साथ ही राज्य में 15 दिन में 12 पुल गिर चुके हैं। वहीं पुलों के गिरने के मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोल रहे हैं। तेजस्वी ट्विट कर नीतीश सरकार और पीएम मोदी को निशाने पर ले रहे हैं। वहीं अब राजद ने सीएम नीतीश के समीक्षा बैठक को लेकर बड़ा हमला बोला है। 



अहंकारी नीतीश बैठक में अधिकारियों को क्यों नहीं बुलाते ?

राजद ने ट्विट कर सीएम नीतीश पर बड़ा हमला बोला है। राजद ने कहा कि, बिहार में पुल क्यों गिरते है उसका उत्कृष्ट उदाहरण यह उम्दा तस्वीर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गिरते पुलों पर अधिकारियों के साथ बैठ समीक्षा बैठक कर रहे है लेकिन अहंकारी नीतीश कभी भी किसी विभागीय मंत्री को ऐसी महत्त्वपूर्ण समीक्षा में साथ नहीं बैठाते?  



𝐓𝐢𝐫𝐞𝐝 𝐂𝐌 को 𝐑𝐞𝐭𝐢𝐫𝐞𝐝 𝐒𝐮𝐩𝐞𝐫 𝐂𝐌 के निर्णय के है आधीन



प्रशासन जो बहाना, कारण अथवा दोष CM को बताएगा वही CM अपने आलीशान आवास में बैठ कर मान लेंगे लेकिन चुना हुआ जनप्रतिनिधि जो मंत्री अथवा विधायक होता है उससे ये कभी फीडबैक नहीं लेंगे कि आख़िर भ्रष्टाचार है कहाँ? पुल-पुलिया गिरने का वास्तविक कारण क्या है? नियमानुसार इस बैठक में पुल निर्माण, रख-रखाव अथवा जल संसाधन संबंधित विभागों यथा ग्रामीण कार्य मंत्री, पथ निर्माण मंत्री एवं जल संसाधन मंत्री का होना अनिवार्य था लेकिन अहंकारी CM के आगे किसकी चलेगी? मंत्री सच्चाई बता देंगे इसलिए अधिकारी बाबू क्यों चाहेंगे कि मुख्यमंत्री के सामने मंत्री बोले? 𝐓𝐢𝐫𝐞𝐝 𝐂𝐌 को 𝐑𝐞𝐭𝐢𝐫𝐞𝐝 𝐒𝐮𝐩𝐞𝐫 𝐂𝐌 जो बोलेंगे वही निर्णय तो अंतिम होगा? दो-दो फालतू भाजपाई उपमुख्यमंत्री क्या ध्वस्त पुलों की ईंटें और छड़ उठा रहे है?  



15 दिन में 12 पुल ध्वस्त 

बता दें कि पिछले 15 दिनों में बिहार में 12 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। 18 जून को अररिया में निर्माणाधीन पुल गिरा था। सिवान में 22 जून को पुल गिरने का मामला सामने आया। 23 जून को मोतिहारी में पुल गिरा। किशनगंज में 27 जून को पुल गिरने की घटना सामने आई। वहीं, अब 28 जून को मधुबनी में भी पुल गिरने की घटना सामने आई है। वहीं 30 जून को किशनगंज में ठाकुरगंज के पथरिया पंचायत स्थित खोशी डांगी गांव में स्थित एक पुल का पिलर ध्वस्त हो गया। जिसके बाद आज यानी 3 जुलाई को सिवान में के साथ तीन पुल नदी में समा गए तो वहीं सीतामढ़ी में पुल का पाया बह गया। जबकि सारण में मात्र 15 घंटे में 2 पुलों ने जलसमाधि ले ली है।  


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