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एयर इंडिया के बाद टाटा ने एक और सरकारी कंपनी का किया अधिग्रहण, 93 फीसदी शेयर के लिए चुकाई इतने हजार करोड़ की रकम

एयर इंडिया के बाद टाटा ने एक और सरकारी कंपनी का किया अधिग्रहण, 93 फीसदी शेयर के लिए चुकाई इतने हजार करोड़ की रकम

DESK : देश की बड़ी इंडस्ट्री में शामिल टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया पर मालिकाना हक जीतने के बाद अब एक और सरकारी कंपनी पर अपना अधिकार पक्का कर लिया है। टाटा ग्रुप की ईकाई टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड या टीएसएलपी (TSLP) ने नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (NINL) का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। इसके लिए कंपनी ने 12,100 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। सोमवार को केंद्र सरकार ने इसकी जानकारी साझा की।

बताया गया कि  ओडिशा स्थित स्टील निर्माता NINL लगातार घाटे में चल रही थी। जिसके  कारण 2020 में इस कंपनी को बंद कर दिया गया था। बीते साल जनवरी 2021 से कंपनी में फिर से विनिवेश के लिए आवेदन मांगे थे।  आमंत्रित की गई बोलियों में टाटा समूह की टीएसएलपी को 31 जनवरी 2022 को विजेता घोषित किया गया था. इसने घाटे में चल रही एनआईएनएल के लिए 12,100 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. इसके बाद दो फरवरी को लेटर ऑफ अवार्ड जारी किया गया और 10 मार्च को शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। बीते सोमवार को सभी संयुक्त उद्यम भागीदारों के 93.71 फीसदी शेयरों के हस्तांतरण के बाद NINL टाटा की हो गई।

इन कंपनियों से था मुकाबला

NINL के अधिग्रहण के लिए टाटा समूह के अलावा बोली लगाने वालों में जिंदल स्टील एंड पावर, नलवा स्टील एंड पावर और जेएसडब्ल्यू स्टील भी शामिल थीं। लेकिन उनकी तुलना में टाटा ने अधिक रकम की बोली लगाई।जिसके बाद टाटा ने इस बोली में जीत हासिल की।

NINL में इन कंपनियों की हिस्सेदारी
 एनआईएनएल एक संयुक्त उद्यम है, जिसमें चार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां भी शामिल हैं. इनमें मेटल एंड मिनरल्स ट्रेडिंग कॉर्प लिमिटेड (MMTC) 49.78 फीसदी, नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्प (NMDC) 10.10 फीसदी, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL). 68 फीसदी और मेकॉन लिमिटेड (MECON Ltd) 0.68% फीसदी की हिस्सेदार है. इसके अलावा ओडिशा सरकार की दो इकाइयों ओएमसी और इपिकॉल की क्रमशः 20.47 फीसदी और 12 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि अन्य हिस्सा बैंकों और बीमा कंपनियों के पास है

मोदी कार्यकाल में दूसरा प्राइवेटाइजेशन
 मोदी सरकार के कार्यकाल में पूरा किया गया यह दूसरा बड़ा विनिवेश हैय़ इससे पहले एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एयरलाइन कंपनी को टाटा समूह के हाथों में सौंपा गया था। अबदूसरी कंपनी भी टाटा की ही झोली में पहुंची है। बता दें कि लगातार घाटे में रहने के चलते NINL संयंत्र मार्च 2020 से बंद पड़ा था।

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