बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बोधगया के महाबोधि मंदिर में वार्षिक पूजाओं का हुआ आगाज, नवंबर दिसंबर में आयोजित होंगे कई कार्यक्रम..

बोधगया के महाबोधि मंदिर में वार्षिक पूजाओं का हुआ आगाज, नवंबर दिसंबर में आयोजित होंगे कई कार्यक्रम..

बोधगया:  विश्व तीर्थ महाबोधि मंदिर और बोधगया में पर्यटन सीजन शुरू हो गया है, यहां विदेशी बौद्ध भिक्षुओं का आगमन काफी उत्सुकता के साथ देखने को मिल रहा है। महाबोधि मंदिर परिसर में प्रतिदिन- प्रतिदिन विदेशी बौद्ध भिक्षुओं के दर्शन में वृद्धि मिल रही है। पिछले 6 दिनों में देशी-विदेशी करीब 42388 पुरुष नाबालिग और 34609 महिला आश्रम का परिभ्रमण हुआ है। आगामी 12 नवंबर को महबोधि मंदिर के बौद्ध भिक्षुओं द्वारा कठिन चीवर दान का आयोजन होने जा रहा है। जिसके बाद 13,14,16, 20, 22 को विभिन्न मंदिरों और वियतनाम, कोरिया, श्रीलंका के अनुयायियों का कठिन चीवर दान, और मंत्रोच्चार सिला कार्यक्रम का आयोजन होने वाला है।

वहीं दिसंबर 2023 की शुरुआत लाइट बुद्ध धर्म फाउंडेशन, यूएसए द्वारा 18वें अंतर्राष्ट्रीय टिपिटका जप समारोह का आयोजन 2 से 12 दिसंबर 2023 को होने जा रहा है। इसमें लगभग 9-10 देशों के सात बड़ी संख्या में भाग लेते हैं। इसके बाद दिनांक 15 से 21 दिसंबर 2023 को काग्यू मोनलम चेन्मो पूजा का आयोजन हो रहा है। दिनांक 22 दिसंबर 2023 को वियतनाम के मठ द्वारा एक दिन की पूजा की गई। 20 दिसंबर 2023 को महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में महामहिम दलाई लामाजी के अंतर्राष्ट्रीय संघ मंच द्वारा आयोजन किया जाएगा। इसके मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के मुख्यमंत्री होंगें। इसमें लगभग 2500 लोग 30 देश यथा, श्रीलंका, थाईलैंड, जापान, कोरिया, वियतनाम, आदि देशों के शेष भाग।

दलाई लामाजी द्वारा 23 दिसंबर को महामहिम दलाई लामाजी महाबोधि मंदिर परिसर में अंतर्राष्ट्रीय संघ फोरम- 2023 के समापन के अवसर पर आयोजित होंगे। बोगया स्थित कालचक्र मैदान में भी दलाई लामाजी द्वारा 3 दिवसीय शिक्षण समारोह दिनांक 30. 31 एवं 1 जनवरी 2024 को आयोजित किया जाएगा। दिसंबर माह में महाबोधि मंदिर में कुल 7 पूजाओं का आयोजन होगा। जनवरी माह में 6 पूजा फरवरी में 4 पूजा एवं मार्च में पूजा का आयोजन पूजा कैलेंडर बीटीएमसी द्वारा जारी किया गया है। वन अनुसंधान संस्थान, एसोसिएट्स (भारत सरकार) के दो नमूने दिनांक 1-3 अप्रैल 2023 को पवित्र बोधिवृक्ष की जांच परिभ्रमण हुआ।

जिसमें बताया गया है कि यह पूरी तरह से स्वस्थ और किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं है और किसी भी प्रकार की दवा की आवश्यकता नहीं है। इनके द्वारा बताया गया है कि शाखाएँ कहाँ-कहाँ कट पाईं हैं, उनके माध्यम से किसी प्रकार की कीट में प्रवेश न कर सके, इसका चौबटिया पेस्ट प्लग उन्हें बंद कर दिया गया है, जिससे शाखाएँ स्वस्थ रह सकें। बोधिवृक्ष की शाखा को समर्थन के लिए एक सर्वेक्षण लगाया गया है ताकि वृक्ष को कोई नुकसान न हो। बोधिवृक्ष की नियमित जांच एफआरआई के गैजेट डॉ. सेंटन वर्धवाल एवं शैलेश पैंडे के साथ किया गया। इस कार्य के समय बीटीएमसी सचिव द0 महाश्वेता महारथी, सदस्य डॉ0 अरविन्द कुमार सिंह, किरण लामा, भिक्षुक भिक्षुक भिक्षु चालिंदा एवं अन्य उपस्थित थे।

Suggested News