पटना. बिहार के डीएनए एवं कुर्मी जाति पर दिए विवादित बयान पर जदयू ने जोरदार आपत्ति जताई है. कांग्रेस नेताओं को अपनी कुंठा का उपचार कराने का नसीहत तक दे दिया. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी के बिहार डीएनए एवं कुर्मी जाति पर दिए गए विवादित बयान पर बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि रेवंत रेड्डी की कुंठा का कोई ईलाज तो नहीं, लेकिन उनकी जानकारी दुरुस्त जरूर कर सकता हूं। ये वही बिहार है जहाँ आर्यभट्ट और सम्राट अशोक ने जन्म लिया। जहाँ बापू ने आजादी के लिए सत्याग्रह किया। जहाँ लोकतंत्र की नींव रखी गई, और ये वही बिहारी DNA था जिसके सम्पूर्ण आंदोलन से सरकारें हिल गई थीं।
चौधरी ने कहा कि मुझे नहीं पता आप किस DNA की बात कर रहे हैं, लेकिन अगर आपकी बात सच है तो ये हम बिहारवासियों के लिए गर्व की बात है, कि इसी DNA वाले एक जननेता नीतीश कुमार ने देश को महिला सशक्तिकरण और विश्व को पर्यावरण संरक्षण की राह दिखाई है। चौधरी ने आगे कहा कि आपको भले हीं KCR के DNA से दिक्क़त हो, लेकिन हमारे लिए यह गर्व का विषय है कि हमारे बीच से निकल कर हमारा अपना, देश के किसी और राज्य में अपनी धाक जमा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे DNA पर प्रश्न उठाने से अच्छा होगा कि आप अपने लोगों और प्रदेश की बेहतरी के बारे में सोचें, क्यूंकि हमारे DNA पर कटाक्ष करने वालों का हश्र देश ने देखा है। दरअसल, तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर पर निशाना साधते हुए रेवंत ने कहा था कि उनके पूर्वज बिहार के पलायन कर आंध्र प्रदेश के विजयनगरम आए. फिर अगली पीढ़ी के रूप में केसीआर तेलंगाना में सक्रिय हुए. ऐसे में केसीआर का डीएनए बिहार का है. वे कुर्मी जाति से हैं. रेवंत ने इसके आगे विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि बिहार के डीएनए के मुकाबले तेलंगाना का डीएनए बढिया है.
रेवंत के इसी बयान को बिहार का अपमान बताया जा रहा है. इसे बिहार के डीएनए और कुर्मी जाति का अपमान बताया गया है. सीएम नीतीश भी कुर्मी जाति से आते हैं. अब अशोक चौधरी ने उन्हें खूब सुनाया है.