बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

BIHAR NEWS: सीयूएसबी में मुख्य पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ाया जाएगा एनसीसी, अगले अकादमित सत्र से शुरू हो सकती है पढ़ाई

BIHAR NEWS: सीयूएसबी में मुख्य पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ाया जाएगा एनसीसी, अगले अकादमित सत्र से शुरू हो सकती है पढ़ाई

गया: अगर चीज़ें सही रही तो अगले अकादमिक सत्र से दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) की मुख्य पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। विवि के पीआरओ मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर हरिश्चंद्र सिंह राठौर ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा हाल ही में जारी अधिसूचना के आधार पर विवि में विकल्प आधारित क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत एनसीसी को जेनेरिक इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स (जीईसीसी) के रूप में प्रारंभ करने की इच्छा ज़ाहिर की है । यूजीसी के अधिसूचना में एनसीसी को राष्ट्रीय शिक्षा निति (एनईपी) - 2020 के प्रावधानों के तहत अपनाने की अनुशंसा की गई है । 

नए पाठ्यक्रम का स्वागत करते हुए कुलपति प्रोफेसर राठौर ने कहा कि गत दो वर्षों से वे बिहार - झारखंड निदेशालय के अधिकारियों के साथ - साथ सरकार के विभिन्न मंत्रालयों से निरंतर संपर्क में थे | ये हर्ष की बात है कि एनसीसी को मुख्य पाठ्यक्रम में आवश्यक दिशा-निर्देशों के साथ शामिल करने की हरी झंडी मिल चुकी है | सीयूएसबी में इस पाठ्यक्रम को लागू करने से पहले हमें कुछ आधिकारिक औपचारिकताओं को पूरा करना होगा और बोर्ड ऑफ स्टडीज एवं एक्सपर्ट कमिटी (विशेषज्ञ समिति) के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। विवि की अकादमिक कॉउंसिल द्वारा इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद आगामी अकादमिक सत्र से एनसीसी को सीबीसीएस पाठ्यक्रम के तहत प्रारंभ किया जा सकता है। 

ज्ञात हो कि हाल ही में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद(एआईसीटीई) और रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने उच्च शिक्षण संस्थानों में नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप विकल्प आधारित क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी)  को जेनेरिक इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स (जीईसीसी) के रूप में शुरू करने के लिए सर्कुलर जारी किया था । इन अधिसूचनाओं में विशेष तौर पर कहा गया है कि एनसीसी को सीबीसीएस प्रणाली में प्रारंभ करने से पहले ये सुनिश्चित करना आवश्यक है कि 'पाठ्यक्रम और पाठ्यक्रमेत्तर गतिविधियों के बीच कोई विशेष अंतर नहीं है '। 

इन्हीं दिशा - निर्देशों के आलोक में गया मुख्यालय एनसीसी के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर सीसी जलील ने सीयूएसबी के कुलपति से अनुरोध किया कि एनसीसी को सीबीसीएस के तहत सामान्य ऐच्छिक क्रेडिट कोर्स (जीईसीसी) के रूप में शामिल करें । सीयूएसबी में 27 बिहार बटालियन एनसीसी गया मुख्यालय के तहत 2018-2019 सत्र से एनसीसी (एसडी) शुरू किया गया है, तब से विवि ने एनसीसी प्रशिक्षण को सीबीसीएस के तहत क्रेडिट कोर्स के रूप में लागू करने के विचार का समर्थन किया | इस परियोजना की शुरुआत करने वाले एडीजी एनसीसी, बिहार एवं झारखंड निदेशालय मेजर जनरल एम इंद्रबलन के साथ सीयूएसबी ने लगातार इसके लिए काम किया है । मेजर जनरल एम इंद्राबलन के नेतृत्व में डीजी एनसीसी द्वारा एक स्टडी ग्रुप की नियुक्ति की गई थी और प्रो. एचसीएस राठौर और दो अन्य कुलपतियों के साथ इस स्टडी ग्रुप के साथ एकेडमिक सुपरवाइजर के रूप में भी जुड़े थे। डॉ. प्रज्ञा गुप्ता सहायक प्रोफेसर एवं  एएनओ, सीयूएसबी भी इस ग्रुप की सदस्य थीं।

जीईसीसी के लिए एनसीसी के पाठ्यक्रम में 24 क्रेडिट हैं जिनमें 14 संस्थागत प्रशिक्षण  के लिए आवंटित किए गए हैं (8 क्रेडिट थ्योरी और 6 प्रैक्टिकल के लिए आवंटित किए गए है) और 10 क्रेडिट 10 दिनों के दो वार्षिक प्रशिक्षण शिविरों (प्रत्येक के लिए 5 क्रेडिट)  के लिए आवंटित किए गए हैं । कैडेटों के सभी शैक्षणिक पहलुओं को ध्यान में रखकर सभी क्रेडिट सावधानीपूर्वक वितरित किए जाते हैं ।  निर्धारित मापदंड पूरा  करने के बाद कैडेट न  केवल अपनी संबंधित डिग्रियों के लिए क्रेडिट अर्जित कर सकेंगे बल्कि ए, बी और सी प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर सकेंगे ।

Suggested News