PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आवास से पटना एयरपोर्ट से रवाना हो गए हैं। सीएम नीतीश बाढ़ के खतरे को देखते हुए सोमवार को हवाई सर्वेक्षण करने वाले हैं। सीएम पूर्वी और पश्चिमी चंपारण समेत गंडक बहराज का एरियल सर्वे करेंगे। नदियों में जलस्तर बढ़ने और बाढ़ के खतरों को लेकर सीएम नीतीश एरियल सर्वे करने वाले हैं। नीतीश कुमार के साथ बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी साथ मौजूद हैं।
वहीं इसके पहले सीएम नीतीश ने अपने आवास पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पौधारोपण किया। जिसके बाद वो पटना एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। बता दें कि, राहत और बचाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एरियल सर्वे के बाद वो अधिकारियों को निर्देश देंगे।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंडक समेत अन्य नदियों के बढ़ते जलस्तर के साथ ही कटाव एवं अन्य हालातों का भी जायजा लेंगे। पश्चिम चंपारण के डीएम दिनेश कुमार राय ने बताया कि जिले में फिलहाल बाढ़ की स्थिति नहीं है। मुख्यमंत्री वाल्मीकि नगर में गंडक बराज, बगहा में कैलाश नगर, शास्त्री नगर समेत कटाव क्षेत्रों का जायजा लेंगे। जल संसाधन विभाग के अनुसार उत्तर बिहार की प्रमुख नदियां उफान पर हैं। गंडक, कोसी, बागमती, कमला बलान और महानंदा नदी कुछ जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
गंडक बराज से 4.40 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है, जिससे पश्चिम चंपारण जिले के दियारा क्षेत्र के गांव जलमग्न हो गए हैं। बगहा शहर के भी कुछ इलाकों में नदी का पानी पहुंचा है। यही हालात, सुपौल जिले में कोसी तटबंध पर बसे गांवों का भी है। लोगों के घरों तक दो-दो फीट पानी पहुंच गया है। पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मधेपुरा और सहरसा जिले में भी बाढ़ का खतरा मंडरा गया है।
पटना से नरोत्तम की रिपोर्ट