GAYA : लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार मामले में जांच कर रही एस आई टी टीम के रिपोर्ट के अनुसार किसानों को जान, बुझ कर साजिशन गाड़ियों से कुचल कर मारे जाने की बाते सामने आने पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग की गयी है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व सांसद रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू, पूर्व विधायक डॉ. युगल किशोर प्रसाद, मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष युगल किशोर सिंह, विद्या शर्मा, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, असरफ इमाम, फिरोज रजा, विनोद उपाध्याय, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, अरुण कुमार पासवान आदि ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के उपरांत विशेष जांच टीम द्वारा लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, उनके बेटे सहित इसमें शामिल सभी लोगो की संलिप्त, साजिश आदि पूरी तरह उजागर होने के बाद भी केंद्र सरकार कान बहरी कर चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि इन दोषियों पर बहुत पहले कार्रवाई सुनिश्चित कर देनी चाहिए थी। लेकिन अभी तक मंत्री की बर्खास्तगी नहीं होना अन्याय है। नेताओं ने कहा की कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी किसानों के साथ कदम से कदम मिलाकर उनके जायज मांग का समर्थन कर रहे हैं।
नेताओं ने कहा की जिस प्रकार एक वर्ष से ज्यादा दिनों तक चलनेवाले किसान आंदोलन को जायज मानते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अन्नदाताओं से मांफी मांग काले कानून को निरस्त किए। उसी प्रकार लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार के लिए भी माफ़ी मांग केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करें। अन्यथा कांग्रेस पार्टी का राहुल गांधी के नेतृत्व में संसद से सड़क तक आंदोलन जारी रहेगा।
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट