पटना : पथ निर्माण विभाग के घूसखोर इंजीनियर अरविंद कुमार का लीला अब धीरे-धीरे खुलता जा रहा है. कटिहार प्रमंडल में बतौर एक्जीक्यूटिव इंजीनियर पोस्टेड घूसखोर इंजीनियर ने पटना में भी बड़ा-बड़ा खेला कर चुका है.
ऑफिस नहीं रिश्वत की मंडी चलाता था अरविंद
पथ निर्माण विभाग के इस इंजीनियर का नोटों की गड्डी के लिए जमीर बेचने वाला एक पुराना ऑडियो सुनकर आप समझ जाएंगे कि यह घूसखोर इंजीनियर जिस कार्यालय में गया उसे रिश्वत की मंडी में तब्दील कर दिया. वाक्या पटना का है. जब यह घूसखोर पटना के कंकड़बाग में बतौर नगर निगम में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के पद पर पोस्टेड था. उस वक्त भी ये ठेकेदारों पर दबाव बनाकर 10 परसेंट का कट मांगता था. पैसे मांगने के इसके स्टाइल को सुनकर आप समझ जाएंगे कि इस धंधे में कितना एक्सपर्ट है.
पटना आवास पर होती थी सब डिलींग
इस ऑडियो में आप साफ सुन सकते हैं कि ये कैसे एक ठेकेदार को 10 परसेंट रिश्वत देने की बात कह रहा है. बड़े ही शातिराना अंदाज में ये घूसखोर इंजीनियर ठेकेदार को लपेट रहा. कट नहीं देने पर अंजाम क्या हो सकता है वो भी समझा रहा है.
कौन है इसका पटना वाला आका
ठेकेदार से रिश्वत मांगने वाले इस ऑडियो के आधार पर नगर आयुक्त ने बुडको से यह अनुशंसा की थी कि अरविंद कुमार पर लगे भ्रष्टाचारों के आरोपों की जांच निगरानी से करवाई जाए और दोषी पाने पर सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाए. लेकिन इस घूसखोर इंजीनियर के आका का लीला देखिए इतने सारे गंभीर आरोप के बाद भी अरविंद कुमार को कटिहार पोस्टिंग देकर इसे घूसखोरी का इनाम दिया जाता है.