N4N DESK : पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा के हत्या मामले की फिर से सुनवाई की जाएगी। बता दें की दिल्ली हाईकोर्ट फिर से पूर्व रेल मंत्री की हत्या मामले की सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। 16 मई को इस मामले की सुनवाई की जाएगी। पूर्व रेल मंत्री के पोते वैभव मिश्रा में इस मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की थी। जिसके बाद जस्टिस सुरेश कुमार कैत की अध्यक्षता वाली पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी। दरअसल पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने वैभव को दोषियों की अपील पर सुनवाई में सहायता करने की अनुमति दी थी। इसके बाद वैभव हाई कोर्ट पहुंचे हैं।
गौरतलब है की 2 जनवरी 1975 को समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर ललित नारायण मिश्रा पर अटैक हुआ था। जब ललित नारायण मिश्रा समस्तीपुर में बड़ी लाइन का उद्घाटन करने पहुंचे थे। तभी ग्रेनेड विस्फोट में वह बुरी तरह घायल हो गए। इसके बाद उन्हें समस्तीपुर से दानापुर इलाज के लिए ले जाया गया। अगले ही दिन यानी 3 जनवरी को उनकी मौत हो गई।
हालाँकि परिजनों का आरोप है की उनके इलाज में लापरवाही बरती गयी थी। समस्तीपुर से इलाज के लिए उन्हें पटना लाया जा रहा था। लेकिन इसके लिए ट्रेन का सहारा लिया गया था। समस्तीपुर से पटना की दुरी मात्र 132 किलोमीटर है। इसके बावजूद ट्रेन को समस्तीपुर से पटना आने में 14 घंटे का समय लगा था। यहीं नहीं ट्रेन को बेवजह कई जगह पर रोका गया था।
हालाँकि समस्तीपुर रेलवे पुलिस ने इस मामले को लेकर हत्या का केस दर्ज किया था। इसके बाद यह केस सीआईडी को सौंप दिया गया। थोड़ी दिन बाद बिहार सरकार ने केस सीबीआई को सौंप दिया। इस मामले को निचली अदालत ने 2014 में चार आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जिसमें संतोषानंद, सुदेवानंद, गोपालजी और रंजन द्विवेदी शामिल हैं।