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दूसरे चरण में बिहार की पांच सीटों पर कई दिग्गजों की किस्मत का जनता करेगी फैसला, 40 साल बाद भागलपुर में क्या लहराएगा कांग्रेस का झंडा, जीत के ये हो सकते हैं मायने

दूसरे चरण में बिहार की पांच सीटों पर कई दिग्गजों की किस्मत का जनता करेगी फैसला, 40 साल बाद भागलपुर में क्या लहराएगा कांग्रेस का झंडा, जीत के ये हो सकते हैं मायने

PATNA: लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। बीते दिन से ही दूसरे चरण का चुनाव प्रचार खत्म हो गया है। 26 अप्रैल यानी कल दूसरे चरण का मतदान होना है। देशभर में 26 अप्रैल को असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर वह 13 राज्य होंगे, जहां दूसरे चरण में वोटिंग होनी है। बिहार के पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है। जिसमें भागलपुर, बांका, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया शामिल हैं। भागलपुर से कांग्रेस के अजित शर्मा और जदयू के अजय मंडल से मुकाबला होगा। बांका सीट पर जेडीयू के गिरधारी यादव और राजद से जयप्रकाश नारायण यादव के बीच सीधी टक्कर है। किशनगंज में मुकाबला कांग्रेस के वर्तमान सांसद जावेद आजाद, जेडीयू के मास्टर मुजाहिद और AIMIM के अख्तरुल ईमान के बीच है। 

भागलपुर में किसकी होगी जीत

जबकि कटिहार में कांग्रेस के तारिक अनवर और जेडीयू के दुलालचंद्र मैदान में हैं। वहीं पूर्णिया की बात करें तो पूर्णिया दूसरे चरण की मतदान में बिहार में पूर्णिया लोकसभा सीट हॉट सीट मानी जा रही है। यहां से राजद की बीमा भारती, जदयू के संतोष कुशवाहा तो वहीं पप्पू यादव निर्दलीय चुनाव लड़कर इन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। पूर्णिया से पप्पू यादव के चुनाव लड़ने से सियासत गरमाई हुई है। वहीं पूर्णिया में पप्पू यादव की स्थिति मजबूत भी बताई जा रही है। वहीं हम बात करते हैं भागलपुर लोकसभा सीट की करे तो यहां कांग्रेस के अजीत शर्मा और जदयू के अजय मंडल मैदान में है। 

क्या 19 साल बाद कांग्रेस पाले में आएगा जीत का ताज 

अजय मंडल वर्तमान में यहां के सांसद है। वहीं अजित शर्मा विधायक हैं जिन्हें कांग्रेस ने इस बार लोकसभा सीट भागलपुर से टिकट दी है। कांग्रेस भागलपुर की सीट से पिछले 40 साल से बाहर है। अगर इस बार अजित शर्मा भागलपुर से अजय मंडल को मात दे देते हैं तो 40 साल के बाद एक बार फिर कांग्रेस का कब्जा इस सीट पर होगा। वहीं अजित शर्मा की जीत से एक फायदा यह होगा कि अजीत शर्मा का कद पार्टी में बढ़ जाएगा। अजीत शर्मा के चुनावी प्रचार के लिए महागठबंधन के सभी नेताओं ने जी तोड़ मेहनत की है। वहीं अजीत शर्मा की बेटी और बॉलीवुड एक्ट्रेस नेहा शर्मा ने भी भागलपुर में रोड शो कर के अपने पिता के लिए वोट की अपील की है। भागलपुर में इस बार कांग्रेस जदयू को कड़ी टक्कर दे रही है। 

कांग्रेस को हो सकता है फायदा 

अगर भागलपुर सीट से अजीत शर्मा जीत जाते हैं तो कहीं ना कहीं कांग्रेस की स्थिति बिहार में औऱ मजबूत हो सकती है। एक तो 40 साल बाद कांग्रेस भागलपुर सीट पर कब्जा कर सकती है। तो वहीं अजीत शर्मा का कद भी भागलपुर में बढ़ेगा। मालूम हो कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए ने कुल 40 में से 39 सीट जीते थे, वहीं केवल एक सीट किशनगंज को कांग्रेस ने जीता था। वहीं राजद खाता भी नहीं खोल पाई थी। इसके बावजूद कथित तौर पर कांग्रेस बिहार में लोकसभा चुनाव के सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए राजद के रहमोकरम पर निर्भर है। राजनीतिक जानकारों कि मानें तो अगर बिहार में कांग्रेस अधिक सीटों पर चुनाव जितती है तो वह राजद की चंगुल से निकलने की भी कोशिश कर सकती है। खैर, कांग्रेस कितनी सीटों पर चुनाव जितती है यह तो 4 जून को पता लगेगा लेकिन महागठबंधन की ओर से इस बार बिहार में अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव जितने के लिए कोशिश की जा रही है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने भी बिहार के 40 की 40 सीटों पर जीत का दावा ठोका है।   

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