इजराइल-हमास के बीच शनिवार को शुरू हुए युद्ध..इजराइल गाजा पट्टी में लगातार हवाई हमले कर रहा है जिससे एक के बाद कई इलाके मलबे में तब्दील हो रहे हैं और लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में भटक रहे हैं जबकि अस्पतालों में जरूरी दवाएं खत्म हो रही हैं. इजरायल और हमास की लड़ाई में आम नागरिकों की जिंदगी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. इजरायल में लगभग 18 हजार भारतीय मौजूद हैं, युद्ध की आहट को देख कर भारत ने अपने नागरिकों को वहां से वासल लाने के लिए कोशिश तेज कर दी है. भारत ने बुधवार को घोषणा की कि वह गुरुवार से इज़राइल और फिलिस्तीन से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन अजय शुरू कर रहा है.
भारत सरकार स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट्स के माध्यम से भारतीय नागरिकों की वापसी की सुविधा प्रदान करेगी. साथ ही जरूरत पड़ने पर भारतीय नौसेना के जहाजों को भी सेवा में लगाया जाएगा. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने X पर एक पोस्ट में कहा कि जो हमारे नागरिक इजरायल से वापस आना चाहते हैं, उनकी वापसी की सुविधा के लिए ऑपरेशन अजय शुरू कर रहे हैं. विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध.
इजरायल में भारतीय दूतावास ने जयशंकर की घोषणा के तुरंत बाद कहा कि उसने बृहस्पतिवार को विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर किए गए भारतीयों के पहले जत्थे को ई-मेल भेज दिया है. आगे की उड़ानों के लिए अन्य पंजीकृत लोगों को संदेश भेजे जाएंगे.
कुछ दिन पहले इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर हुई बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने वहां फंसे भारतीयों की सुरक्षा पर चिंता जताई थी.तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने कहा कि उसने गुरुवार को विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर्ड भारतीय नागरिकों की पहली ईमेल जारी कर दी है. इसमें कहा गया है कि अन्य रजिस्टर्ड लोगों को मैसेज अगली उड़ानों के लिए भेजा जाएगा. जयशंकर ने बुधवार शाम यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद से भी बात की.उन्होंने ट्वीट किया, “पश्चिम एशिया में चल रहे संकट पर चर्चा की और संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की. 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इज़राइल पर हमला करने और बड़े पैमाने पर हत्याएं करने के बाद किसी अरब देश के विदेश मंत्री के साथ यह उनका पहला संपर्क था. यूएई और बहरीन ने हमलों के लिए हमास की आलोचना की है.हमास के इजरायल पर रॉकेट हमले के फौरन बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए हर तरह के आतंकवाद की निंदा की थी.
आशंका इस बात की जताई जा रही है कि तनाव बढ़ने पर पूरे क्षेत्र में अशांति फैल सकती है. इससे भारत के लिए ऊर्जा सप्लाई प्रभावित हो सकती है. दूसरी बड़ी चिंता विशाल भारतीय समुदाय है, जो वहां रहता है. वैसे, भारत इजरायल, यूएई, अमेरिका सभी से संबंध मजबूत रखना चाहता है. अगर तनाव बढ़ता है तो हाल में लॉन्च की गई भारत-मिडिल ईस्ट यूरोक इकोनॉमिक कॉरिडोर भी प्रभावित हो सकता है.
एक्स’ पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि इजराइल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के लिए ऑपरेशन अजय लॉन्च किया जा रहा है. इसके लिए स्पेशल चार्टर फ्लाइट की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सरकार विदेशों में अपने नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
वहीं भारतीय दूतावास ने कहा, ''दूतावास 24 घंटे की हेल्पलाइन के माध्यम से इजरायल में अपने नागरिकों की मदद के लिए लगातार काम कर रहा है.कृपया शांत और सतर्क रहें तथा सुरक्षा सलाह का पालन करें।'' दूतावास ने अपने पोस्ट में कहा, ''आपने हमें जो सराहना के संदेश भेजे हैं, उनके लिए हम इजरायल और बाहर के अपने साथी भारतीय नागरिकों को धन्यवाद देते हैं.'