PATNA : पटना हाईकोर्ट ने मनरेगा में रिश्तेदारों को जॉब कार्ड दिये जाने और पैसे की निकासी किये जाने की जांच का जिम्मेदारी निगरानी विभाग को सौंपा है।कोर्ट ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
जस्टिस संदीप कुमार ने परणजीत कुमार की ओर से दायर पर सुनवाई करते हुए ये आदेश दिया है। आवेदक की ओर से अधिवक्ता रंजीत कुमार पाण्डेय ने कोर्ट को बताया कि पश्चमी चंपारण, बेतिया के ग्राम पंचायत चुहड़ी के मुखिया ने अपने भाई,भाभी,भतीजा,भगिना एंव अन्य के नाम से जॉब कार्ड निर्गत कर दिया गया।सभी ने पैसे का निकासी किया गया,जबकि ये सभी संपन्न परिवार के हैं।
ये सभी लोग मनरेगा योजना में मजदूर के रूप में कभी काम नहीं किये। यही नहीं, जिला प्रशासन ने सही तरीके से जांच तक नहीं किया। कोर्ट ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच का जिम्मा निगरानी को सौंप दिया है।