पटना... बिहार विधासभा चुनाव 2020 को लेकर 24 अक्टूबर को राष्ट्रीय जनता दल ने अपना घोषणापत्र जारी किया। इस दौरान राजद ने अपना चुनावी कैंपन सांग भी जारी किया है। तेजस्वी यादव ने कहा ये हमारा मेनिफेस्टो नहीं, हमारा प्रण है। हम बिहार को खुशहाल, बेहतर, समृद्ध बनाएंगे। हम स्मार्ट गांव बनाएंगे। संविदा प्रथा को खत्म कर सभी कर्मचारियों को स्थायी कर समान काम के बदले समान वेतन दिया जाएगा।
10 लाख सरकारी नौकरी के साथ रोजगार सृजन के लिए उद्योग को प्रोत्साहन के लिए नई औद्योगिक पॉलिसी बनाएंगे। राज्य के मूल निवासी युवाओं के सभी सरकारी बहाली परीक्षाओं के फॉर्म निशुल्क होंगे। जीविका कैडरों को नियमित वेतन पर स्थाई नौकरी के साथ समूहों के सदस्य को ब्याज मुक्त लोन देंगे। बिहार में किसान आयोग, व्यवसायिक आयोग, युवा आयोग, खेल आयोग का गठन किया जाएगा। कृषि भूमि लगान को माफ किया जाएगा।
बिहार में मौजूदा बिजली की दरों को कम किया जाएगा। चीनी, जूट, मखाना, फलों के रस, दलिया, डिब्बाबंद खाद्य सामग्री, पैकेज्ड खाद्य पदार्थ, डिब्बाबंद फल व सब्जियां, मत्स्य पालन, मुर्गी व बत्तख पालन, शहद आधारित व्यवसायों के लिए ब्याज मुफ्त लोन दिया जाएगा।
वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि जो लोग मेरे घोषणाओं का मजाक उड़ाते थे, वो अब खुद रोजगार देने की बात कह रहे हैं। उधर, भाजपा कह रही है कि हम रोजगार देंगे तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नौकरी देने में हाथ खड़े कर रहे हैं। भाजपा अपना मुख्यमंत्री का चेहरा तक तय नहीं कर पाई है। इनकी पार्टी के सुशील मोदी तो बिहारियों को बेइज्जत करने में कोई कमी नहीं करते हैं। उनका बयान आए दिन बदलता रहता है।