अपने सात विधायकों की सदस्यता खत्म कराएगी समाजवादी पार्टी, अखिलेश यादव ने ले लिया बड़ा फैसला, यह है कारण

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LUCKNOW : लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा को बड़ा झटका देने के बाद अखिलेश यादव अपनी पार्टी के सात विधायकों की सदन सदस्यता खत्म कराने की तैयारी कर रहे हैं। यह सात विधायक वह हैं, जिन्होंने कुछ महीने पहले ही राज्यसभा इलेक्शन के लिए हुई वोटिंग में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ जाकर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग की थी। अब समाजवादी पार्टी इन विधायकों की सदस्यता खत्म कराने की तैयारी में है। पार्टी का कहना है कि हम इन विधायकों के खिलाफ विधानसभा स्पीकर से शिकायत करेंगे और उनकी सदस्यता रद्द कराएंगे। 

हो गया बड़ा नुकसान 

राज्यसभा चुनाव में जिन सात विधायकों ने सपा के खिलाफ वोटिंग की थी। उनमें रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडेय और फूलपुर की पूजा पाल समेत राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, आशुतोष वर्मा और अभय सिंह शामिल हैं। क्रॉस वोटिंग के बाद से ही अखिलेश यादव इनसे काफी नाराज थे। खासतौर पर मनोज पांडेय को लेकर उनकी नाराजगी अधिक थी। इसकी वजह यह थी कि उनके चलते ही स्वामी प्रसाद मौर्य सपा छोड़ गए थे और फिर वह भी भाजपा में चले गए। गौरतलब है कि पूजा पाल ने तो कई बार योगी आदित्यनाथ की पहले भी तारीफ की थी। सपा का कहना है कि गलती की माफी दी जा सकती है, लेकिन षड्यंत्र पर माफी नहीं मिलेगी।

नहीं हुआ फायदा 

क्रॉस वोटिंग के बाद इन विधायकों को भी लग रहा था कि सत्ताधारी दल के साथ जाकर उन्हें कुछ बड़ा मिल जाएगा। लेकिन अब इन सभी विधायकों को भाजपा से कोई भाव नहीं मिल रहा है।

यदि इन विधायकों की सदस्यता गई तो यह बड़ा नुकसान होगा क्योंकि राज्य में विधानसभा चुनाव में अभी पूरे तीन साल का वक्त बाकी है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी इन लोगों को टिकट नहीं मिला। अब यदि सदस्यता जाती है तो वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं रहेंगे। संकट यह होगा कि यदि भाजपा से इन लोगों को उपचुनाव में टिकट नहीं मिला तो फिर इनके आगे बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी।