DESK. संसद की सुरक्षा को लेकर विपक्षी दलों के सांसदों का लोकसभा में प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने फिर से सत्ता पक्ष से तीखे सवाल करते हुए सदन में नारेबाजी और निलंबित किए गए 92 सांसदों के मुद्दे को गैर लोकतांत्रिक कहा. इस बीच स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्षी सदस्यों के आचरण को अमर्यादित करार दिया. उन्होंने हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. वहीं सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने विपक्ष को हताशा का शिकार बताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष को हालिया सम्पन्न विधानसभा चुनावों में जनता ने सबक सिखाया है फिर भी इन्हें होश नहीं आया है. वहीं विपक्ष अपने मूल सवाल पर टिका हुआ है कि संसद की सुरक्षा में सेंध कैसे लगी. इस मसले पर जवाब देने से गृह मंत्री अमित शाह क्यों बच रहे हैं.
इस बीच, मौजूदा शीतकालीन सत्र के शेष समय के लिए 92 सांसदों के निलंबन के बाद, एनसीपी के शरद पवार और कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे सहित विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए घातक करार दिया.