पटना. यूक्रेन के शहरों पर हो रही भीषण बमबारी के बीच से सकुशल पटना पहुंचे छात्रों की शनिवार को अपने परिजनों से मिलकर आंखें झलक आई. शनिवार को लगभग 35 बिहारी छात्र पटना एयरपोर्ट पर अलग-अलग विमानों से पहुंचे. ऑपरेशन गंगा के तहत सभी छात्र यूक्रेन से देश लाए गए हैं.
पटना पहुंचे छात्रों ने विकट परिस्थितियों में बिताए पिछले कुछ दिनों की आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में भारतीय छात्रों के साथ जो क्रूर व्यवहार वहां की सेना और नागरिक कर रहे हैं उसके पीछे की वजह भारत का रूस का साथ देने को बताया जा रहा है. छात्रों ने कहा कि यूक्रेन की सेना यह कह रही है कि रूस को भारत सपोर्ट कर रहा है जबकि यूक्रेन को भारत सपोर्ट नहीं कर रहा है. ऐसे में भारतियों के लिए यूक्रेन के लोग भी ज्यादा हमदर्दी नहीं दिखा रहे हैं.
यहाँ तक कि रोमानिया और अन्य सीमावर्ती देशों के बोर्डर पर भी भारतीयों को प्रवेश पाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहां मौजूद यूक्रेन की सेना पहले अपने नागरिकों को अन्य देशों में प्रवेश करने देती है और बाद भारत के लोग जा पाते हैं. कीव से लौटे एक छात्र ने कहा कि रुसी हमले में पूरा शहर तहस नहस हो गया है. हर और अराजक और भयावह स्थिति है. हालांकि एक बार भारतीय दूतावास की ओर से उपलब्ध कराए गये ठिकानों तक पहुंचने के बाद उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई.
देश लौटे छात्रों ने कथित तौर पर दावा किया कि अभी भी लगभग 20000 से ज्यादा छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. वहां पर उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई छात्रों ने ऑपरेशन गंगा की तारीफ की है. पटना लौटे कुछ छात्रों ने ऑपरेशन गंगा की तारीफ करते हुए बताया है कि हमें केंद्र सरकार ने पूरी मदद की है और उनकी मदद से ही हम आज अपने वतन लौट आए हैं.