PATNA : बिहार में पुल-पुलियों के लगातार गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। इस मामले को लेकर राज्य की राजनीति भी गरमाई हुई है। रुपौली विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के लिए जाते समय नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा की बिहार में आज फिर एक पुल का गिरना तथा बीते 𝟏𝟗 दिन में कुल 𝟏𝟑 पुलों का पानी में बह जाना नीतीश सरकार में फैले संस्थागत भ्रष्टाचार का प्रत्यक्ष दृष्टांत है।
उन्होंने कहा की हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते है कि वो बिहारवासियों को बताएँ की गिरने वाले पुलों की स्वीकृति कब हुई और किसने दी? गिरने वाले पुलों का टेंडर कब, किसके कार्यकाल में हुआ? गिरने वाले पुलों का शिलान्यास कब और किसने किया?
वहीँ तेजस्वी यादव ने पूछा की गिरने वाले पुलों का उद्घाटन कब और किसने किया? महज 𝟏𝟗 दिन में 𝟏𝟑 पुलों के गिरने से जनता की कुल कितनी गाढ़ी कमाई पानी में बह गयी? अगर मुख्यमंत्री इन आँकड़ों को सार्वजनिक नहीं करते है तो स्पष्ट है कि ऊपर से लेकर नीचे तक सभी इस भ्रष्टाचारी व्यवस्था के संपोषक, संरक्षक, प्रायोजक और सांझेदार है।