DESK : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां संत्संग के दौरान मची भगदड़ में मरनेवालों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है। वहीं हादसे को लेकर सीएम योगी ने भी गंभीरता से लिया है। बताया गया है कि सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई। हादसे में माना जा रहा है कि यह आंकड़ा 150 के करीब पहुंच सकता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने जिला प्रशासन को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी के निर्देश के बाद सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री और मुख्य सचिव के साथ डीजीपी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। इस घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की एक टीम गठित की गई है.
मृतकों की पहचान करने की कोशिश
एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई। सभी लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़कर भागते हुए नजर आए। इस दौरान एक घंटे के अंदर ही 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। हालांकि सरकार की तरफ से अधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।
सरकार के दो मंत्री घटनास्थल के लिए रवाना
वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह, मुख्य सचिव के साथ डीजीपी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं.
अचानक शुरू हो गई धक्का मुक्की
एक महिला ने बताया कि हम दर्शन करने आए थे. बहुत भीड़ थी. जब भगदड़ मची तो मैं और मेरा बच्चा भी भीड़ के नीचे आ गया. अपनी घायल मां के साथ अस्पताल पहुंची एक युवती ने बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद भगदड़ मच गई. हम लोग खेत के ओर से निकल रहे थे, तभी अचानक भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी, जिससे कई लोगों नीचे दब गए. हमारे साथ एक और शख्स आए थे. उनकी मौत हो गई है