बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

जिस डॉक्टर कफील को योगी सरकार ने भेजा था जेल और नौकरी से किया बर्खास्त वे योगी के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

जिस डॉक्टर कफील को योगी सरकार ने भेजा था जेल और नौकरी से किया बर्खास्त वे योगी के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

लखनऊ. जिस डॉक्टर कफील खान को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप में सेवा से बर्खास्त किया था वही डॉक्टर अब योगी को चुनावी मैदान में चुनौती देंगे. गोरखपुर के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ कफील खान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आगामी चुनाव लड़ सकते हैं. कफील खान को योगी सरकार ने बर्खास्त कर दिया था जिसके बाद योगी पर कफील को जानबूझकर परेशान करने का आरोप लगा था. 

सूत्रों के अनुसार योगी को सबक सिखाने के लिए अब कफील खान चुनाव मैदान में उतरने की योजना बना रहे हैं. कफील खान ने कहा कि मैंने अभी तक फैसला नहीं किया है, लेकिन मैं योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ सकता हूं, कई दलों ने मुझसे संपर्क किया है.

दरअसल एक जांच आयोग द्वारा उन्हें भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोपों से मुक्त करने के बावजूद, योगी सरकार ने पिछले साल कफील को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था. इसके पूर्व कफील को एनएसए के तहत गिरफ्तार किया गया था. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2021 में एनएसए के तहत आरोप हटाने के बाद खान को जेल से रिहा करने का आदेश दिया था. 

इसके पूर्व चंद्रशेखर रावण पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि वह योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. डॉ खान ने कहा कि चंद्रशेखर उनके दोस्त हैं. हम जेल में एक साथ थे. मैं उनसे बात करूंगा और उसके बाद चुनाव में उतरने को लेकर निर्णय लेंगे. दरअसल गोरखपुर सदर सीट पर 30 हजार के लगभग मुस्लिम मतदाता हैं. मौजूदा वक्त में गोरखपुर सदर सीट पर करीब साढ़े चार लाख मतदाता हैं. इनमें करीब ढाई पुरुष और करीब दो लाख महिलाएं शामिल हैं. जातीय समीकरण की बात की जाए तो इस सीट पर करीब 45 हजार से अधिक कायस्थ मतदाता हैं, जबकि 60 हजार ब्राह्मण हैं. यहां 15 हजार क्षत्रिय और इसके अलावा वैश्य मततदाता की संख्या भी 50 हजार से ज्यादा है. निषाद 35 हजार, दलित 20 हजार तो यादव 15 हजार बताए जाते हैं. 

ऐसे में अगर योगी को चुनौती देने के लिए कफील मैदान में उतर जाते हैं तो यह उनका बड़ा कदम होगा. कई लोग उनके इस फैसले को योगी के खिलाफ बदला लेने की बात कह कर रहे हैं. ऐसे में देखना बेहद अहम होगा कि योगी के खिलाफ कफील किस प्रकार की रणनीति अपनाते हैं.  


Suggested News