बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

Home  ›  Region  ›  

डायल 112 से 15 लाख से अधिक लोगों को आपातकालीन सेवाएं देने का लक्ष्य, उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस वालों का हुआ सम्मान

डायल 112 से 15 लाख से अधिक लोगों को आपातकालीन सेवाएं देने का लक्ष्य, उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस वालों का हुआ सम्मान

पटना. डायल 112 के माध्यम से बिहार पुलिस ने वर्ष 2024 में 15 लाख से अधिक लोगों को आपातकालीन सेवाएं देने का लक्ष्य रखा है. इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम (ERSS Dial-112) के दो वर्ष की सेवा पूरे होने के अवसर पर शनिवार को ERSS के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में अपर पुलिस महानिदेशक निर्मल कुमार आजाद (तकनीकी सेवा एवं वितंतु) ने बताया कि अब तक 20 लाख लोगों इस सेवा का लाभ मिल चुका है. इस दौरान डायल 112 में में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस पदाधिकारी/कर्मियों को अपर पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रोत्साहित व सम्मानित किया गया. साथ ही इस वर्ष के लिए 15 लाख लोगों को आपातकालीन सेवाएं देने का लक्ष्य रखा गया. 

निर्मल कुमार आजाद  ने बताया कि पिछले 2 वर्षों में डायल 112 के माध्यम से स्थानीय विवाद, मारपीट व हिंसात्मक झड़प में 10 लाख 59 हजार 782 मामलों का निष्पादन किया गया. वहीं घरेलू हिंसा, महिला अपराध व बच्चों से जुड़े 1 लाख 80 हजार 817 मामलों का त्वरित निपटारा किया गया. सड़क दुर्घटना के 81 हजार 268 मामलों में घायलों को तत्काल मदद पहुंचाकर हजारों की जान बचाई गई. इसी प्रकार डायल 112 सेवा के तहत अगलगी के 71 हजार 994 मामलों में घटनास्थल पर तुरंत फायर ब्रिगेड की टीम भेजकर कई घरों को पूरी तरह से बर्बाद होने से बचाया गया. 

अपराध के मामले में आई गिरावट : डायल 112 की इन्हीं त्वरित कार्रवाइयों से राज्यभर में डकैती, चोरी व दंगा के मामलों में गिरावट आई है। वर्ष 2023 में विगत वर्ष की तुलना में डकैती में 15.39, चोरी में 5.93 और दंगा के मामलों में 15.82 प्रतिशत की कमी आई।

एकल पुलिस हेल्पलाइन: निर्मल कुमार आजाद  ने बताया कि डायल 112 अब एक कदम आगे के रूप में काम करेगा। बिहार के नागरिकों को अधिकतम सेवाएं देने के लिए डायल 112 को एकल पुलिस हेल्पलाइन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसके माध्यम से लोगों को पुलिस, फायर ब्रिगेड एवं एम्बुलेंस के अलावे अन्य सेवाएं मिलेंगी।

गौतलब है कि डायल 112 के रिस्पॉन्स टाइम के आधार पर बिहार देशभर में 7वें स्थान पर है, जबकि डायल 112 पर आने वाली कॉल की हैंडलिंग में बिहार देशभर में दूसरे स्थान पर है. डायल 112 पर आने वाली प्रत्येक कॉल को महिला पुलिसकर्मियों के द्वारा रिसीव किया जा रहा है। राज्य में प्रतिदिन लगभग 5 हजार लोगों को विभिन्न प्रकार की आपातकालीन सेवाओं का लाभ मिल रहा है। शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में डायल 112 का रिस्पॉन्स टाइम एक समान है।

Editor's Picks