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आज फैसले का दिन : विधान परिषद के 24 सीटों पर हुए चुनाव की आज होगी मतगणना, दांव पर होगी कई दिग्गजों की किस्मत

आज फैसले का दिन : विधान परिषद के 24 सीटों पर हुए चुनाव की आज होगी मतगणना, दांव पर होगी कई दिग्गजों की किस्मत

PATNA : बिहार विधान परिषद के 24 सीटों के लिए हुए मतगणना (counting of Bihar MLC Election 2022) होगी। मतगणना का काम सुबह 8 बजे शुरू होगा। इस चुनाव में जहां कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होगा, वहीं इसके साथ ही बीजेपी,  राजद,  जदयू की साख का भी फैसला होगा। जहां चुनाव में एनडीए की तरफ से बीजेपी के 12, जदयू के 11 और पशुपति पारस गुट के एक उम्मीदवार के भाग्य का फैसला होना है. वहीं, आरजेडी के 23 और एक लेफ्ट के उम्मीदवार के भाग्य का फैसला होगा. इसके अलावा कांग्रेस, वीआईपी और चिराग पासवान की पार्टी भी अपनी जीत के दावे कर रही है। दूसरी तरफ कई निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रहे  हैं। 

185 उम्मीदवार हैं मैदान में 

चार अप्रैल को बिहार विधान परिषद के 24 सीटों पर वोटिंग हुई थी। जिसमें  चुनाव में 97.84% मतदान हुआ था. 12 सीटों पर 99 फीसदी या इससे अधिक वोटिंग हुई है. कुल 185 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज हो जाएगा. चुनाव बैलेट से हुआ है। काउंटिंग के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए प्रशासन की तरफ से  सुरक्षा व्यवस्था  का खास ख्याल रखा गया है।

ऐसे होती है वोटों की गिनती, नहीं जानते होंगे

विधान परिषद चुनाव की मतगणना: बिहार एमएलसी चुनाव में मतगणना की प्रक्रिया अन्य चुनाव की तुलना में थोड़ी अलग होगी. इसमें भी 14 टेबल बनाए गए हैं. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इसमें पहली पसंद का प्रत्याशी मतगणना में आगे रहकर भी हार सकता है और दूसरी पसंद के प्रत्याशी की किस्मत भी चमक सकती है. विधान परिषद की मतगणना विधानसभा चुनाव से बिल्कुल अलग है. इस चुनाव में किसी भी प्रत्याशी को वरीयता के कुल वोटो में से 50% से अधिक वोट लाने होते हैं तभी विजेता का फैसला होता है.

आम चुनाव की तरह नहीं होती काउंटिंग: विधान परिषद के इस चुनाव में एक से ज्यादा प्रत्याशियों को वोट देने का विकल्प रहता है. बैलेट पेपर पर वरीयता क्रम में अपनी पसंद का चुनाव करना होता है. पहले प्रथम वरीयता के वोट की गिनती होती है और प्रत्याशी को जीत के लिए कुल वोटों में से 50% से अधिक वोट लाना होता है. यदि 50% से अधिक वोट नहीं मिला तो फिर दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती होती है और सबसे कम प्रथम वरीयता के वोट लाने वाले प्रत्याशी को हटा दिया जाता है. उसके बैलेट पेपर में मिले दूसरी वरीयता के वोट को संबंधित प्रत्याशी के वोट में जोड़ दिया जाता है. 

वोटों की गिनती की प्रक्रिया तब तक चलती है, जब तक 50% से एक भी अधिक वोट नहीं आ जाता है और इसके कारण मतगणना में अधिक समय लगता है. ऐसे आरा और बक्सर से सबसे पहले रिजल्ट आने की उम्मीद है.

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