MUMBAI : बीजेपी के साथ लगातार तनाव के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को अब दोस्त की जरूरत नहीं है। हालांकि उद्धव ठाकरे ने सरकार से बाहर निकलने की बात नहीं कही। उद्धव ठाकरे से जब पूछा गया कि आप गठबंधन छोड़ेंगे या नहीं तो उन्होंने यह कहते हुए सवाल टाल दिया कि आज लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है। उद्धव ठाकरे को बीजेपी की ओर से सीएम फडणवीस ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, ''चुनाव हो चुका है, शिवसेना को अब पुरानी बातें छोड़ देनी चाहिए। गठबंधन के लिए हमारी तरफ से न नहीं है लेकिन शिवसेना को तय करना है कि हमारे साथ रहना है या नहीं। उद्धव ठाकरे ने कहा, ''2014 में जब बीजेपी की सरकार आई थी, तो लोगों को लगा था कि यह सरकार 25 साल तक चलेगी, लेकिन पिछले चार साल में बीजेपी ने कई जगहों पर अपना बहुमत खो दिया है.''
यूपी के
सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लेते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा, ''योगी आदित्यनाथ अपने घर में
चुनाव हार रहे हैं और यहां (महाराष्ट्र) प्रचार करने आ रहे हैं." बता दें कि पालघर में प्रचार के दौरान दोनों
नेताओं के बीच जुबानी तीर चले थे. पालघर
लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार उतारने को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा
कि हम दुविधा में थे कि उम्मीदवार उतारें या ना उतारे। पालघर में 60% लोगों ने बीजेपी को नकार दिया
है. बता दें कि पालघर में बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र गावित ने जीत दर्ज की है.
पालघर उपचुनाव के नतीजों के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि शिवसेना बीजेपी
का साथ छोड़ सकती है। सूत्रों के हवाले से खबर भी आई कि उद्धव ठाकरे कि प्रेस
कॉन्फ्रेंस के बाद शिवसेना के सभी मंत्री इस्तीफा देकर देवेंद्र फडणवीस की सरकार
को बाहर से समर्थन देंगे। बीजेपी सांसद चिंतामण वनगा के निधन के कारण खाली हुई
महाराष्ट्र के पालघर की सीट बीजेपी उपचुनाव में बचाने में कामयाब रही। पालघर में
शिवसेना ने बीजेपी के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारा था। चिंतामण वनगा के बेटे के
शिवसेना में शामिल हो जाने के बाद बीजेपी ने राजेंद्र गावित को उतारा. इस सीट पर
कांग्रेस और एनसीपी ने साझा उम्मीदवार उतारा था।