बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

'राहुल गांधी के बयान को कार्यवाही से हटा सकते हैं पर लोगों की स्मृति से कैसे हटाओगे', राजद सांसद मनोज झा ने भाजपा को घेरा

'राहुल गांधी के बयान को कार्यवाही से हटा सकते हैं पर लोगों की स्मृति से कैसे हटाओगे', राजद सांसद मनोज झा ने भाजपा को घेरा

पटना/दिल्ली. राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने मंगलवार को कहा कि राहुल गांधी के बयान को कार्यवाही से हटा सकते हैं पर लोगों की स्मृति से कैसे हटाओगे. लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) राहुल गांधी की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ टिप्पणी को संसद के रिकॉर्ड से हटाए जाने के बाद, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसे लोगों की यादों से नहीं मिटाया जा सकता। झा ने दिल्ली में कहा कि आप इसे संसद के रिकॉर्ड से मिटा सकते हैं, लेकिन आप इसे लोगों की यादों से नहीं हटा सकते। कोई भी पार्टी या संगठन किसी धर्म का प्रतिनिधि नहीं है।



दरअसल,  राहुल गांधी के भाषण पर मंगलवार को कैंची चली है. उनके भाषण के बड़े हिस्से को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है. इसमें राहुल गाँधी के भाषण एक जिन अंशों को हटाया गया है उसमें राहुल गांधी ने हिंदुओं और हिंसा को लेकर जो बयान दिए थे, उन्हें संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया है। अल्पसंख्यकों के साथ भाजपा द्वारा अनुचित व्यवहार किया जाता है। इसे भी हटा दिया गया है। अग्निवीर सेना नहीं, पीएमओ की योजना है, इसको भी हटाया गया है।



वहीं राहुल गांधी ने कहा था कि भाजपा 24 घंटे नफरत और हिंसा फैलाती है। यह बयान भी कार्यवाही का हिस्सा नहीं है। राहुल ने कहा था, जब मैं पीएम मोदी की ओर देखता हूं तो वो मुस्कुराते नहीं हैं। यह बयान भी हटा दिया गया है। राहुल गांधी द्वारा अंबानी और अडानी को लेकर की गई टिप्पणियां भी अब रिकॉर्ड में नहीं हैं। कोटा में नीट की परीक्षा सेंट्रलाइज्ड है और अमीरों को फायदा पहुंचाने वाली बात भी हटा दी गई है।



राज्यसभा सांसद मनोज झा ने राहुल के भाषण के इन अंशों को हटाने पर आपत्ति जताई. वहीं राहुल गाँधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक पत्र लिखा है जिसमें उनसे अनुरोध किया गया है कि रिकॉर्ड से हटाए गए हिस्से को फिर से शामिल किया जाए. साथ ही राहुल ने लोकसभा में सत्ता पक्ष के कुछ सांसदों का भी जिक्र किया है जिनके समान किस्म के वक्तव्य को रखा गया है जबकि उसी तरह के राहुल के बयान को हटा दिया गया है. 


Suggested News