पटना- बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग पर बिहार में राजनीति चरम पर है. विशेष राज्य के दर्जा की मांग को लेकर पहले केंद्र सरकार के इनकार और बाद में आम बजट में बिहार के लिए बड़े पैकेज की घोषणा ने सियासत का पारा और बढ़ा दिया है. बजट पेश होने के बाद जदयू और एनडीए खेमा फ्रंटफुट है तो विपक्ष भी लगातार तीखे सवाल कर रहा है. बिहार को भले ही विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला, लेकिन केंद्र सरकार ने बजट में कई पैकेज दिए हैं. इसपर बिहार प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश सिंह ने सीएम नीतीश के साथ केंद्र की मोदी सवाल पर करारा हमला करते हुए हुए कहा कि यह आम बजट है लेकिन इसमें कहीं आम बजट दिखता नहीं है. उन्होंने कहा कि बजट में मंहंगाई, बेरोजगारीके लिए कोई उपाय नहीं किया गया है.
बिहार प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार को विशे, राज्यदेने की बात थी लेकिन बजट से पहले हीं केंद्र के मंत्री ने साफ कर दिया कि ये संबव नही है. सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रावधान नहीं है, सिंह ने कहा कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की केंद्र की मंशा होती तो कानून बदल कर प्रावधान भी कर दिया जाता.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में सड़क प्रोजेक्ट के लिए 26 हजार करोड़ के अलावा 21 हजार करोड़ के पावर प्लांट का भी ऐलान किया. इस पर बिहार प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश सिंह ने कहा कि नीतीश भले हीं अपना पीठ थपथपा रहे हों लेकिन इसका कोई मतलब नही है. पुल बनने और सड़क बनने में अभी दस साल लगेगा.उन्होंने कहा कि ये बिहार के साथ सौतेलापन व्यवहार है. सिंह ने कहा कि ये पहली बार नहीं हुआ है. साल 2000 में जब बिहार का बंटवारा हुआ तो तत्कालीन गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने 1लाख 80 हजार करोड़ के स्पेशल पैकेज की घोषणा की थी,जो छलावा साबित हुआ, सिंह ने कहा कि साल 2019 में प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए 1 लाख 25 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा की ये भी नहीं मिला. साल 2024 के चुनाव में भी स्पेशल स्टेट की घोषणा पीएम और गृह मंत्री ने की थी जो छलावा साबित हुआ.
एनडीए के नेताओं का कहना है कि स्पेशल स्टेट्स नहीं तो बिहार को स्पेशल पैकेज मिला है. बीजेपी के साथ गठबंधन में शामिल जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार बिहार के लिए 59,000 करोड़ रुपये की सौगात लाने में सफल रहे. केंद्र सरकार ने इस बार बिहार के लिए खजाना खोल दिया है. इस पर बिहार प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार को झुनझुना पकड़ाया गया है जिस पर नीतीश अपना पीठ थपथपा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश में अगर थोड़ी भी नैतिकता बची है तो वे एनडीए से अलग हो जाएं. डॉ अखिलेश ने कहा कि नीतीश विशेष राज्य का दर्जा मांगते रहे और मिला क्या.
लालू तेजस्वी के मांग पर बिहार प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा भी चाहिए और विशेष पैकेज भी ...
बहरहाल विशेष राज्य और विशेष पैकेज पर बिहार में राजनीति का तापमान चढ़ा हुआ है.
रिपोर्ट-धीरज सिंह