PATNA: लोकसभा चुनाव होने में अब एक से दो महीने ही बचे हैं। ऐसे में देश की सियासत गरमाई हुई है। वहीं पटना में विधायकों का दल बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते दिन कांग्रेस के दो विधायक और राजद के एक विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं। वहीं विधायकों के दल बदलने के बाद अब कांग्रेस एक्शन में आ गई है। कांग्रेस ने अब जिलाध्यक्ष को विधायकों पर नजर रखने का आदेश दे दिया है। जिलाध्यक्ष अब ना सिर्फ विधायकों की हर गतिविधि पर ध्यान रखेंगे बल्कि उसकी जानकारी शीर्ष नेतृत्व को भी देंगे।
विधायकों पर रहेंगी जिलाध्यक्ष की पैनी नजर
वहीं विधायकों के सांगठनिक कार्यक्रमों से लेकर जनहित में किए जा रहे कार्यों की समग्र रिपोर्ट भी प्रदेश नेतृत्व को सौंपेंगे। जिलाध्यक्षों को प्रतिमाह रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। दरअसल, कांग्रेस के दो विधायकों मुरारी प्रसाद गौतम और सिद्धार्थ सौरभ के पाला बदलने और आगे भी संकट की आशंका के बीच जिलाध्यक्षों को यह दायित्व मिला है।
नेतृत्व को सौपेंगे रिपोर्ट
बता दें कि, गुरुवार को सदाकत आश्रम में प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष ने जिलाध्यक्षों को यह काम दिया है। वहीं पार्टी के सांसद और और लोकसभा चुनाव में टिकट के दावेदारों को लेकर भी जिलाध्यक्षों को रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है।
महारैली में अधिक लोगों को लाने का मिला आदेश
इसके साथ ही 3 मार्च को होने वाली महागठबंधन की महारैली में अधिक से अधिक लोगों को पटना लाने का आदेश भी जिलाध्यक्षों को दिया गया है। इस रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल होंगे। वहीं इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने जिलाध्यक्षों को अधिकतम अधिकार देने का भी आश्वासन दिया है, ताकी वह सांगठनिक निर्णय ले सके।