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हाथरस सत्संग हादसा, जनसैलाब, भीषण गर्मी, अव्यवस्था, बाहर निकलने का संकरा रास्ता, हाथरस हादसे की दर्दनाक कहानी, जांच में जुटी पुलिस

हाथरस सत्संग हादसा, जनसैलाब, भीषण गर्मी, अव्यवस्था, बाहर निकलने का संकरा रास्ता,  हाथरस हादसे की दर्दनाक कहानी, जांच में जुटी पुलिस

उत्तर प्रदेश के हाथरस में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गयी. भगदड़ में कई लोग घायल हो गए. हादसे पर सदर-ए- जम्हूरिया , वजीर -ए- आजम, वजीर-ए- दाखला के अलावा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती समेत अनेक लोगों ने दुख जताया है.

सदर-ए- जम्हूरिया  द्रौपदी मुर्मू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘खबर हृदय विदारक है. मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.’

 वजीर -ए- आजम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब के दौरान कहा, ‘हाथरस से दुखद सूचना आ रही है। मैं मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.’ इस बीच, प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिये दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिये 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की.

राहुल गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. 

एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना पुलराई गांव में सत्संग में हुई, जिसमें शामिल होने के लिये बड़ी संख्या में लोग आए थे. पीड़ितों को मृत अवस्था में या बेहोशी की हालत में ट्रकों तथा अन्य वाहनों में लाद कर सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया प्रत्यक्षदर्शी शकुंतला देवी ने बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद लोग जब आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तो उसी समय भगदड़ मची. उन्होंने बताया कि लोग एक दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। कहा यह भी जा रहा है कि पहले प्रवचनकर्ता बाबा को वहां से निकाला गया, उसके निकलते ही भगदड़ मच गयी।.इस बीच, अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने भगदड़ में 116 लोगों की मौत की पुष्टि की.

यूपी के हाथरस में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया है. सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में आज भगदड़ मच गई, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत 116 लोगों के मरने की सूचना मिल रही है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं. डीजीपी और गृह सचिव मौके पर पहुंच कर राहत कार्य का जायजा ले रहे हैं. 

बता दें कि हाथरस दुर्घटना की स्थिति की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधी मॉनीटरिंग कर रहे हैं. एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने अगले 24 घंटों में रिपोर्ट मांगी है.

जिस बाबा के कार्यक्रम में यह हादसा हुआ उसे अनुयायी भोले बाबा के नाम से बुलाते हैं. सूत्रों के मुताबिक कासगंज जिले के इस व्यक्ति ने करीब दो दशक पहले पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी और सत्संग करने लगा. इस बाबा का असली नाम सूरज पाल बताया जा रहा है। बाबा के कार्यक्रमों में पहले भी अव्यवस्था फैलने की शिकायतें रही हैं.

तो वहीं हाथरास में जिस बाबा भोले के सत्संग के दौरान सौंकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की मौत हुई है, वो बाबा मैनपुरी के एक आश्रम में मौजूद है. बताया जा रहा है कि उस घटना के बाद जब बाबा मैनपुरी पहुंचा तो उसका वहां स्वागत भी किया गया था. 

हालाकि आयोजकों पर केस दर्ज हो गया है लेकिन उसमें भाले बाबा का नाम नहीं है. 

रिपोर्ट- आशिफ खान


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