BETIYAH : प•चम्पारण मे जहा एक तरफ बाढ का पानी कहर बनकर टूटा है वहीं इस समय बालू माफिया जमकर चांदी काट रहे हैं।। इस समय भी बालू माफिया ओवर लोड ले बालू लेकर निकल रहे हैं। गाड़ी नदी से नहीं निकलने पर तीन से चार ट्रैक्टरों को बांधकर रेत से ओवरलोड डाले को खिंचा जा रहा है। रेत माफियाओं के द्वारा की जा रहे अवैध खनन से जहां एक तरफ राजस्व की क्षति हो रही है, वहीं नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है।
बगहा रामनगर प्रखण्ड के भावल पंचायत अंतर्गत कुड़िया टोला गाँव जो मसान नदी के बांध से महज 100 मीटर की दूरी पर ही बसा है। यहां के ग्रामीणों का आरोप है कि जहां खनन विभाग के द्वारा जहां लीज किया गया है, वहां बालू खनन तो किया ही जाता है , मगर जिन जगहों पर खनन की स्वीकृती नहीं है, वहां भी जबरन खनन किया जाता है। बालू खनन का नतीजा आज यह है कि गांव का कटाव के साथ साथ बाढ़ का पानी आने का हमेशा डर बना रहता है, और गाड़ी ओवर लोडड होने के कारण सड़के भी टूटने लगी है
हालांकि राजद प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णनंदन सिंह का कहना हैँ विभाग की मिली भगत से यह सब हो रहा है। उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत हमने कितनी बार खनन बिभाग से की है। लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।